बलरामपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलरामपुर में 9,800 करोड़ रुपये की लागत से तैयार सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए की। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा को बढ़ाने का काम, बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का काम, देश की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान, तीनों सेनाओं में तालमेल बेहतर करने का काम, ऐसे अनेक काम तेजी से आगे बढ़ता रहेगा।
उन्होंने कहा कि यूपी,देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का जीवन बचाने के लिए डॉक्टर जी-जान से लगे हुए हैं। मैं मां पाटेश्वरी से उनके जीवन की रक्षा की प्रार्थना करता हूं। देश आज वरुण सिंह के परिवार के साथ है, जिन वीरों को हमने खोया है, उनके परिवारों के साथ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की नदियों के जल के सदुपयोग हो, किसानों के खेत तक पर्याप्त पानी पहुंचे, ये सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना इस बात का सबूत है कि जब सोच ईमानदार होती है, तो काम भी दमदार होता है।
मोदी ने कहा कि आज से करीब 50 वर्ष पहले सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पर कार्य शुरू हुआ था। जब इस परियोजना पर कार्य शुरू हुआ था, तब इसकी लागत 100 करोड़ रुपये से भी कम थी। आज यह लगभग 10,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद परियोजना पूरी हुई है। सरयू नहर परियोजना में जितना काम 5 दशक में हो पाया था, उससे ज्यादा काम हमने 5 साल से पहले करके दिखाया है। यही डबल इंजन की सरकार है। यही डबल इंजन की सरकार के काम की रफ्तार है।
मोदी ने कहा कि जब मैं आज दिल्ली से चला तो सुबह से इंतजार कर रहा था कि कब कोई आएगा, कहेगा कि मोदी जी इस योजना का फीता तो हमने काटा था, ये योजना तो हमने शुरू की थी। कुछ लोग हैं जिनकी आदत है ऐसा कहने की, हो सकता है कि बचपन में इस योजना का फीता उन्होंने ही काटा हो। कुछ लोगों की प्राथमिकता फीता काटना है। लेकिन हम लोगों की प्राथमिकता योजनाओं को समय पर पूरा करना है। पशु पालन, मधुमक्खी पालन और मत्स्य पालन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नई योजनाएं शुरू की गई हैं। आज भारत दूध उत्पादन मामले में दुनिया में अग्रणी है ही साथ ही शहद निर्यातक के रूप में विश्व में अपना स्थान बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि योगी जी की सरकार जब से आई है, तब से गन्ने के भुगतान में भी बहुत तेजी आई है। पिछली सरकारों में जहां 20 से अधिक चीनी मिलों में ताला लग गया, वहीं योगी जी की सरकार ने कितनी ही चीनों का विस्तार और आधुनिकीकरण किया है।