नयी दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने मंगलवार को कहा कि वह 2024 में भाजपा से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस समेत विभिन्न दलों का व्यापक गठबंधन बनाने का हरसंभव प्रयास करेगी, लेकिन इसने कांग्रेस के बारे में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी के बयानों से खुद को दूर रखा। राकांपा कार्यसमिति की चर्चा के बारे में बात करते हुए पार्टी प्रवक्ता नवाब मलिक ने पत्रकारों से कहा कि देश के लोग केंद्र में भाजपा सरकार से ऊब गए हैं और 2024 में बदलाव चाहते हैं। मलिक ने कहा, हम भाजपा का विकल्प बनाने के लिए कांग्रेस सहित सभी गैर-भाजपा दलों को एकजुट करने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
लोग 2024 में बदलाव चाहते हैं। यदि वैकल्पिक गठबंधन बनता है, तो 2024 में बदलाव होगा। उन्होंने हालांकि इस बारे में कुछ नहीं कहा कि इस तरह के गठबंधन का नेतृतव कौन करेगा। मलिक ने कहा कि राकांपा प्रमुख शरद पवार भाजपा का व्यापक विकल्प बनाने के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की जरूरत पर जोर दे रहे हैं। भाजपा के विकल्प पर राकांपा की टिप्पणी उस दिन आई जब शिवसेना नेता संजय राउत ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इससे कुछ दिन पहले तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को अस्तित्वहीन करार दिया था।
उन्होंने गांधी पर भी निशाना साधा था और विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व किए जाने को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाया था। पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों पर, मलिक ने कहा कि राकांपा गोवा और उत्तराखंड में चुनाव पूर्व गठबंधन के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत कर रही है, जबकि उत्तर प्रदेश में संभावित गठजोड़ के लिए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ बातचीत के रास्ते खुले हैं। मलिक ने कहा कि राकांपा का आंतरिक चुनाव अगले साल होगा जिसके बाद दिल्ली में नौ और 10 जून को राष्ट्रीय अधिवेशन होगा।