कोरोना काल में भयभीत थे आजमगढ़ के सांसद, भाई-बहन और बुआ-बबुआ भी थे गायबः योगी आदित्यनाथ

Prashan Paheli

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल में मैं 3 बार आजमगढ़ आया लेकिन आजमगढ़ का सांसद आजमगढ़ में नहीं दिखाई दिया। वो आइसोलेशन में थे और कोरोना से भयभीत हो गए थे। कोरोना का आतंक था, तब भाई-बहन गायब थे और बुआ-बबुआ भी गायब थे।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ के लालगढ़ तहसील में 122.43 करोड़ रुपए की लागत की 37 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और लाभार्थीपरक योजनाओं के प्रमाण-पत्रों का वितरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब के सपनों के भारत के निर्माण के लिए आजादी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईमानदारी के साथ काम किया है। उन्होंने बिना भेदभाव के हर एक गरीब को विकास की योजनाओं से जोड़ने का काम किया। प्रधानमंत्री ने हर गरीब को मकान, शौचालय, बिजली, रसोई गैस, स्वास्थ्य बीमा और अन्न योजना का लाभ देने के लिए काम किया।

कोरोना से भयभीत थे आजमगढ़ के सांसद !

इसी बीच उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल में मैं 3 बार आजमगढ़ आया लेकिन आजमगढ़ का सांसद आजमगढ़ में नहीं दिखाई दिया। वो आइसोलेशन में थे और कोरोना से भयभीत हो गए थे। कोरोना का आतंक था, तब भाई-बहन गायब थे और बुआ-बबुआ भी गायब थे। तब केवल भाजपा काम कर रही थी। हमारे पूर्व सांसद, पूर्व विधायक कार्य कर रहे थे और जो संकट का साथी होता है वही असली साथी होता है। अवसरवादी साथी नहीं होता है। जो पहचान का संकट खड़ा कर दे, वह तो और भी खतरनाक हो जाता है।

भाजपा सरकार ने कलंक को किया समाप्त

मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया मऊ में दंगा कराते थे। आजमगढ़ को बदनाम करते थे। सार्वजनिक संपत्ति पर कहीं भी कब्जा कर लेते थे। सपा की सरकार में आजमगढ़ आतंक का गढ़ बन गया था। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ के नौजवानों को कहीं कमरा नहीं मिलता था। होटल में पैसा देने के बाद भी कमरा नहीं मिलता था। आजमगढ़ के इस कलंक को मुक्त करने का काम भाजपा सरकार ने किया है।

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