भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि पूर्वांचल क्षेत्र में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को किसान आंदोलन के एक साल पूरे हाने वाले हैं और इससे 4 दिन पहले लखनऊ में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
लखनऊ। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन करीब एक साल से जारी है। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल क्षेत्र में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध तेज किया जाएगा। इतना ही नहीं 26 नवंबर को किसान आंदोलन के एक साल पूरे हाने वाले हैं और इससे 4 दिन पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
एसकेएम कर रहा आंदोलन का नेतृत्व
किसानों के करीब 40 संगठन कृषि कानूनों का पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं और इन्हीं संगठनों से मिलकर संयुक्त किसान मोर्चा बना है। जिसका भारतीय किसान यूनियन भी एक हिस्सा है। साल 2020 से संयुक्त किसान मोर्चा विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है और इसके एक साल पूरे होने वाले हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को ट्वीट किया कि लखनऊ में 22 नवंबर को आयोजित होने वाली किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी। संयुक्त किसान मोर्चा की यह महापंचायत किसान विरोधी सरकार और तीनों काले कानूनों के विरोध में ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। अब पूर्वांचल में भी और अन्नदाता का आंदोलन तेज होगा।