नवाब मलिक पर फडणवीस का आरोप, 1993 बम धमाका करने वालों से कौड़ियों के भाव खरीदी जमीन

Prashan Paheli

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने हसीना पारकर से लेकर सलीम पटेल तक के नाम लेकर कई बड़े दावे किए। फडणवीस प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि मेरा खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है।

मुंबई। आर्यन खान ड्रग्स केस में आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब बारी बीजेपी की रही। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने कहे मुताबिक आज एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक के अंडर्वल्ड कनेक्शन का खुलासा करने के इरादे से प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने हसीना पारकर से लेकर सलीम पटेल तक के नाम लेकर कई बड़े दावे किए। फडणवीस 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि मेरा खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। फडणवीस ने कहा कि पहले मैं आपको दो करेक्टर के बारे में बताना चाहता हूं।

पहला-सरदार शाह अली खान- ये 1993 बम ब्लास्ट केस का गुनहगार है। जिसे आजीवन कारावास हुई है और वो जेल में है। सरदार शहा अली खान पर आरोप था कि टाइगर मेमन के साथ फायर ट्रेनिंग में सहभागी हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई महानगरपालिका में बम कहां रखना है इसकी रेकी शहा अली खान ने की थी। टाइगर मेमन के घर गाड़ियों के अंदर आरडीएक्स भड़ने वाला शहा अली खान था।

दूसरा-मोहम्मद सलीम पटेल-आरआर पाटिल एक समय एक इफ्तार पार्टी में गए और खबर आई कि एक गुनहगार के साथ वो नजर आए। जिस दाऊद के आदमी की साथ उनकी फोटो वायरल हुई थी। वो दाऊद का आदमी सलीम पटेल था। सलीम पटेल हसीना पारेकर का ड्राइवर भी था। जब हसीना पारेकर गिरफ्तार हुई उस वक्त पटेल को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार दाऊद के फरार होने के बाद हसीना पारेकर के नाम से संपत्तियां जमा होती थी। इन संपत्तियों को जमा करने वाला सलीम पटेल होता था जिसके नाम से पावर ऑफ अटॉर्नी ली जाती थी। उस वक्त जमीन कब्जाने का जो रैकेट चलता था उसमें हसीना पारेकर के सबसे प्रमुख व्यक्ति सलीम पटेल ही था।
मलिक संग कनेक्शन-कुर्ला में 2.8 एकड़ जगह जिसे गोवा वाला कंपाउड कहा जाता है। एलबीएस रोड पर इस जमीन की एक रजिस्ट्री सालिडस कंपनी के नाम पर हुई है। पावर ऑफ अटॉर्नी होल्डर है सलीम पटेल जबकि ब्रिकी करने वाला सरदार शहा अली खान है। यानी दोनों ने मिलकर इस जमीन की ब्रिकी सालिडस इनवेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड को की है। ये कंपनी नवाब मलिक के परिवार की है। कागजात पर फराज मलिक के साइन हैं। सालिडस में 2019 में खुद नवाब मलिक भी शामिल थे। बाद में मंत्री बनने के बाद उन्होंने इससे इस्तीफा दिया। आज भी उनके परिवार के लोग इसमें हैं। फराज मलिक जिन्होंने ये जमीन खरीदी।

अंडर्वल्ड के लोगों से खरीदी गई लैंड

सबसे बड़ी बात ये है कि इन्होंने जब ये जमीन खरीदी इस वक्त रेट 2005 में 2 हजार रूपए प्रति स्कावर फीट के हिसाब से जबकि अंडर्वल्ड के लोगों से खरीदी गई लैंड 30 लाख रुपये में खरीदी गई। उसमें से भी पेमेंट 20 लाख का ही हुआ। पेमेंट सलीम पटेल के अकाउंट में 15 लाख रुपये गए। जबकि 10 लाख शहा अली खान को दिए गए।

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