देहरादून : डीजीपी अशोक कुमार ने उत्तराखंड में ट्रैफिक पुलिस को अब पूरी तरह निदेशालय के अधीन कर दिया है। उत्तराखण्ड में रेंज प्रभारियों की भांति ही यातायात निदेशक के अधिकार बढ़ाने के आदेश डीजीपी ने दिये हैं जबकि जिलों में एसएसपी और एसपी के ऑपरेशनल और प्रशासनिक अधिकार यथावत रखे गए हैं।
डीजीपी का यह आदेश यातायात व्यवस्था के बेहतर सुधार में बड़ा कदम माना जा रहा है। राज्य में आईपीएस केवल खुराना ट्रैफिक निदेशालय में निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। अब नए डीजीपी अशोक कुमार ने अपराध एवं कानून व्यवस्था के साथ ट्रैफिक सुधार को भी अपनी प्राथमिकता में रखा है। इसे लेकर डीजीपी ने सबसे पहले ट्रैफिक निदेशक के अधिकार बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए हैं।
डीजीपी के आदेशानुसार नागरिक पुलिस, सशस्त्र पुलिस में नियुक्त कर्मियों के सम्बन्ध में परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक को प्राप्त प्रशासनिक अधिकारों की भांति यातायात पुलिस में नियुक्तसंम्बन्ध कर्मियों का पर्यवेक्षणध्नियंत्रण यथा अवकाश, पुरस्कार, दण्ड, अपील, अनुशासनिक कार्यवाही आदि यातायात निदेशक, उत्तराखण्ड के अधीन रहेगा।
हालांकि एसएसपी के प्रशासनिक आपरेशनल अधिकार यथावत बने रहेंगे। इस हेतु आदेश जारी कर दिए गए हैं।