चंडीगढ़। हरियाणा और पंजाब दोनों की ही राजधानी चंडीगढ़ है। हालांकि दोनों के पास ही कानूनी तौर पर इसे अपना कहने का हक नहीं है खैर ये दूसरी बात है। पहली और अहम बात तो यह है कि दोनों राज्यों में नए मुख्यमंत्री देखे जा सकते हैं। पंजाब कांग्रेस में जारी अंतर्कलह के बीच पार्टी आलाकमान ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांगा है। जिससे वो नाराज हो गए और पार्टी छोड़ने तक की धमकी दी है।
कांग्रेस के 40 असंतुष्ट विधायकों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ नाराजगी जताते हुए पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी को पत्र लिखा। जिसके बाद शनिवार की शाम 5 बजे चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में शामिल होने के लिए आलाकमान ने दिल्ली से अजय माकन को भेजा है।
बताया जा रहा है कि विधायक दल की बैठक में कैप्टन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है और उसके तुरंत बाद ही नया नेता चुन लिया जाएगा। हालांकि कैप्टन विधादल दल की बैठक को लेकर नाराज हैं और इससे पहले उन्होंने अपने आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई। जिसमें 10 के आस-पास विधायक शामिल हुए।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कैप्टन ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात का वक्त मांगा है। कहा जा रहा है कि कैप्टन पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग कर सकते हैं।
चंडीगढ़ हरियाणा की भी राजधानी है और हरियाणा में भी जल्द मुख्यमंत्री बदला जा सकता है। हाल ही में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद उन्होंने बताया था कि उन्होंने किसान आंदोलन के विषय पर प्रधानमंत्री को जानकारी दी है। हाल ही में भाजपा ने गुजरात में अचानक से मुख्यमंत्री बदल दिया और अब चर्चा हरियाणा की चल रही है।
बता दें कि किसान आंदोलन को लेकर खट्टर सरकार पर लगातार संकट के बादल मंडरा रहे हैं। किसान आंदोलन के दौरान कई बार हो चुके बवाल के कारण खट्टर की कुर्सी खतरे में मानी जा रही है। जानकारों का कहना है कि बदलाव की बयार अब हरियाणा राज्य में बहती दिख सकती है। हालांकि अगला मुख्यमंत्री किसे चुना जा सकता है इसका अंदाजा लगाना बहुत नामुमकिन है क्योंकि भाजपा हमेशा ही चैंकाने में विश्वास रखती है