देहरादून। उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। माना जा रहा है कि चुनावी बिगुल जनवरी में बज सकता है। इन सबके बीच उत्तराखंड में भाजपा और कांग्रेस ने अपनी चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। वर्तमान में देखे तो वहां भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य लड़ाई है। हालांकि इस बार आम आदमी पार्टी के वहां जाने से मुकाबला दिलचस्प होता हुआ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस ने आगामी चुनावों देखते हुए अपनी परिवर्तन यात्रा खटीमा से शुरू कर दी है। दूसरी ओर भाजपा ने भी गढ़वाल से जन आशीर्वाद रैली निकाल रही है।
कांग्रेस की तैयारी
2022 के विधानसभा चुनाव में अब तक के इतिहास को देखते हुए कांग्रेस को बहुत उम्मीदें हैं। यही कारण है कि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चुनाव क्षेत्र खटीमा से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की है। कांग्रेस की माने तो 6 सितंबर तक यह परिवर्तन यात्रा 13 विधानसभा सीटों तक पहुंच जाएगी। इस दौरान कांग्रेस के सारे दिग्गज एक मंच पर दिखाई दे रहे हैं। भले ही पंजाब में पार्टी की उलझन को सुलझाने में जुटे हरीश रावत राज्य में ज्यादा वक्त नहीं दे पा रहे हो लेकिन यह भी तय है कि वह लगातार राज्य में सीएम पद की रेस में खुद को बनाए हुए हैं।
भाजपा की तैयारी
पार्टी के परिवर्तन यात्रा को लेकर हरीश रावत ने कहा कि महिलाओं के सम्मान, किसानों को न्याय, अल्पसंख्यकों के हित की रक्षा के लिए कांग्रेस सदैव तत्पर रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि परिवर्तन यात्रा प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का काम करेगी। दूसरी ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पौड़ी जिले के श्रीनगर क्षेत्र से जन यात्रा निकाल रहे हैं। आगामी चुनाव को देखते हुए भाजपा भी लगातार बैठक कर रही है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी राज्य का दौरा कर चुके हैं।
मुख्यमंत्रियों के बदलाव के बावजूद भी उत्तराखंड में एक बार फिर से भाजपा सत्ता में वापसी कर सकती है। सर्वे के मुताबिक भाजपा के खाते में 44 से 48 सीटें, कांग्रेस को 19 से 23 सीटें, आम आदमी पार्टी को 0 सीटें मिल सकती हैं जबकि अन्य के खाते में 0 से 2 सीटें जाने का अनुमान है।