कलकत्ता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच की सियासी लड़ाई सामने आ सकती है। पश्चिम बंगाल में जीत से गदगद तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी अब त्रिपुरा में भाजपा को चुनौती देने की तैयारी में हैं। पश्चिम बंगाल में भाजपा के विजय रथ रोकने के बाद तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा में भगवा पार्टी को चुनौती देगी। एक ओर जहां ममता बनर्जी अपने दिल्ली दौरे के दौरान विपक्षी नेताओं को एकजुट करने की कोशिश कर रही थीं तो वहीं दूसरी ओर उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी त्रिपुरा में लगातार डटे हुए हैं। अभिषेक बनर्जी त्रिपुरा में भाजपा के खिलाफ मोर्चाबंदी कर रहे हैं और चुनावी तैयारियों को लेकर लगातार बैठक कर रहे हैं।
त्रिपुरा में 2023 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। भाजपा त्रिपुरा में वानदलों के किले को ढाहकर सत्ता में आई थी। माना जा रहा है कि त्रिपुरा में वामदल बहुत कमजोर हो गए हैं। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस वहां उभरने की कोशिश कर रही है। अगर तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा में भाजपा को चुनौती देने में सक्षम हो गई तो पश्चिम बंगाल के बाद एक बार फिर से भाजपा और तृणमूल के बीच कड़ी टक्कर दिखाई दे सकती है। बीजेपी को सीधी टक्कर देने के लिए तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में अपनी सक्रियता को बढ़ा दी है। टीएमसी के बड़े नेता भी लगातार त्रिपुरा का दौरा कर रहे हैं।
चुनावी संभावनाओं को टटोलने के लिए ममता बनर्जी ने अपने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और उनकी टीम को भी काम पर लगा दिया है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि त्रिपुरा में कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस एक साथ मिलकर भाजपा को पटखनी देने की तैयारी में है। तृणमूल का दावा है कि बीजेपी सरकार के खिलाफ राज्य में नाराजगी है। हाल में ही अभिषेक बनर्जी ने प्रद्धोत देबवर्मा और उनके दल ज्प्च्त्। के साथ भी हाथ मिला सकती है।