देहरादून: डब्लूडब्लूई (वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंट) की दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले विश्व चैंपियन ग्रेट खली (दलीप सिंह राणा) पहली बार सात सगे भाइयों, पिता और पुत्री के साथ अपने कुल आराध्य देवता के दरबार जौनसार-बावर के हनोल स्थित सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर पहुंचे।
उनका ग्रामीणों और मंदिर प्रबंधन समिति ने परंपरागत तरीके से स्वागत किया। खली के साथ उनके पिता ज्वाला राम राणा, बड़े भाई मंगल सिंह राणा, छोटे भाई भगत राम राणा, इंदर सिंह राणा, अतर सिंह राणा, सुरेंद्र सिंह राणा, यशपाल राणा और पुत्री अवलीन राणा ने मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की।
यह पहला मौका है जब ग्रेट खली अपने सातों भाइयों के साथ महासू मंदिर में रात्रि जागरण के लिए पहुंचे। ग्रेट खली पंजाब के जालंधर और हरियाणा के कुरुक्षेत्र में रेसलिंग एकेडमी का संचालन कर युवाओं को प्रशिक्षित कर रहे हैं। पैर में चोट की वजह से वह रिंग में नहीं उतर पा रहे हैं, जबकि रेसलिंग से उनका जुड़ाव बरकरार है।
ग्रेट खली को हनोल-चातरा के प्रधान एवं चकराता ब्लाक प्रधान संगठन के महासचिव हरीश राजगुरु, मंदिर के पुजारी शोभाराम नौटियाल, प्रधान संगठन के उपाध्यक्ष तेजपाल सिंह राणा और मंदिर प्रबंधन समिति ने स्मृति चिह्न के रूप में महासू देवता की फोटो भेंट की। इस दौरान खली ने कहा कि महासू देवता के दरबार में उनके परिवार के लोग कई बार आए हैं।
साधारण परिवार में जन्मे ग्रेट खली ने अपनी ताकत से विश्वभर में पहचान बनाई। वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप में एक बार, सीडब्लूई हैवीवेट चैंपियनशिप में दो बार और डब्लूडब्लूई हाल आफ फेम चैंपियनशिप में विश्व के कई बड़े महारथियों को धूल चटाने वाले ग्रेट खली ने दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। वर्ष 2007 में ग्रेट खली वर्ल्ड चैंपियन बने।
परिवार के साथ श्री महासू देवता मंदिर हनोल पहुंचे ग्रेट खली को देखने के लिए प्रशंसकों की भीड़ जुट गई। कई प्रशंसकों ने इस पल को यादगार बनाने के लिए ग्रेट खली के साथ सेल्फी भी ली। ग्रेट खली ने मंदिर की परंपरागत व्यवस्था से जुड़े देवता के सभी कारिंदों, ग्राम प्रधान, ग्रामीणों और मंदिर प्रबंधन समिति का आभार जताया।