चेन्नई: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि छात्र अब नौकरी खोजने वाले के बजाय रोजगार प्रदाता और उद्यमी बन गए हैं। उपराष्ट्रपति भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-मद्रास (आईआईटी-एम) में एक नई नवाचार सुविधा का उद्घाटन करने के बाद एक समारोह में बोल रहे थे।
नया केंद्र ‘आईआईटी-मद्रास सेंटर फॉर इनोवेशन’ छात्रों और शोधकर्ताओं की नवाचार और उद्यमिता (आई एंड ई) गतिविधियों को सहयोग देने और प्रोत्साहित करने के लिए समर्पित है।
उपराष्ट्रपति ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि पूर्व छात्र किसी संस्थान की ताकत होते हैं और संस्थानों के पूर्व छात्र देश को विकास के पथ पर ले जाएंगे।
धनखड़ ने यह भी कहा कि देश में 80,000 स्टार्ट-अप हैं और यह दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप है। उपराष्ट्रपति ने वर्षो से काम कर रहे आईआईटी-मद्रास और ऐसे अन्य संस्थानों की प्रशंसा की।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और अब जब भारत बोलता है तो दुनिया सुनती है।
आईआईटी-मद्रास में सुधा और शंकर इनोवेशन हब छात्र-नेतृत्व वाली गतिविधियों के लिए समर्पित पहला आर्किटेक्ट-डिजाइन किया गया केंद्र है।