देहरादून: युवा न्याय संघर्ष समिति ऋषिकेश के बैनर तले शनिवार को चर्चित अंकिता भंडारी प्रकरण में वीआईपी के नाम उजागर करने और सीबीआई जांच की मांग को लेकर राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया।
कांग्रेस देहरादून के पूर्व अध्यक्ष जयेंद्र रमोला युवा न्याय संघर्ष समिति ऋषिकेश के बैनर तले पिछले 51 दिनों से आंदोलनरत हैं। आमरण अनशन के बाद शनिवार को प्रदर्शनकारी राजभवन पहुंच कर धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंची पुलिस और जयेंद्र रमोला सहित प्रदर्शन कारियों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस कर्मियों से तीखी नोकझोंक हुई।
इसकी खबर मिलते ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी कांग्रेस नेताओं के साथ गढ़ी कैंट थाने पहुंच कर धरने पर बैठे गए और जयेंद्र रमोला की मांगों का समर्थन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब सरकार 51 दिनों के बाद भी उन तक नहीं पहुंची तो अब उन्हें यह राह चुननी पड़ी।