ऑनलाइन व्यवस्था मात्र औपचारिक बनकर न रहेए यह सुनिश्चित करें विभाग: मुख्यमंत्री
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विभागों की ओर से जनहित को ध्यान में रखते हुए जो भी ऑनलाइन व्यवस्थाएं, पोर्टल, एप आदि तैयार किए गए हैं वे मात्र औपचारिक बन कर न रहें, बल्कि इनका व्यापक लाभ आम जनता को सुलभता से उपलब्ध हो। सभी विभाग इस पर विशेष ध्यान दें।
शुक्रवार को गढ़ीकैंट स्थित गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना के 22वें वर्षगांठ के अवसर पर सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग की ओर से प्रकाशित विकास पुस्तिका ‘‘संकल्प नये उत्तराखण्ड का’’ और नियोजन विभाग की पुस्तिका ‘अग्रगामी उत्तराखण्ड’ का विमोचन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी आईटीडीए की ओर से विकसित नागरिक केंद्रित परियोजना अपणि सरकार पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन मोबाइल एप डार्क लेक, सीएम हेल्पलाइन मोबाइल एप, आईटीडीए-कैलसी, एसडीडब्ल्यूएएन परिवहन विभाग की स्टेज कैरेज वाहनों का ऑनलाइन टैक्स, ई चालान, सॉफ्टवेयर, ऑनलाइन, अस्थाई परमिट, रूट परमिट आवेदन निर्गत किए जाने, व्यावसायिक वाहनों का पंजीकरण ट्रेड सर्टिफिकेट,ऑनलाइन ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन फीस भुगतान, फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम, हमसफर एप के साथ ही पंचायती राज विभाग की न्याय पंचायत स्तर पर भारत मनी स्टोर, पंचायत फेसिलिटेशन सेंटर और पंचायती राज्य निदेशालय में ई ऑफिस प्रणाली का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की 22 वर्षों की यात्रा के बाद उत्तराखण्ड राज्य ने कई उपलब्धियां हासिल की है, लेकिन अभी हमारे समक्ष बहुत सी चुनौतियां हैं जिनका सफलतापूर्वक सामना करते हुए हमें देवभूमि को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के संकल्प लिया है। हमें अपनी चुनौतियां का पता है और अपनी शक्तियों पर भी हमें पूरा विश्वास है। राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष 2025 तक हम इस संकल्प को पूर्ण करने में अवश्य सफल होंगे।
मुख्यमंत्री ने मीडिया को लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ बताते हुए कहा कि मीडिया जहां एक ओर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं,कार्यक्रमों और नीतियों को जनता के मध्य ले जाने का कार्य करती है,वहीं दूसरी ओर जनहित के मुद्दों और आम लोगों की समस्याओं की ओर भी सरकार का ध्यान आकर्षित करती है। उन्होंने मीडिया से प्रदेश के विकास में अपनी रचनात्मक भूमिका निभाने की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के लिये मंथन एवं चिंतन शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है। इसमें आने वाले विचार एवं सुझाव राज्य की ग्रोथ रेट राजस्व वृद्धि आदि के साथ राज्य हित में हम क्या बेहतर कर सकते हैं,इसकी राह प्रशस्त भी होगी और हमारी बेस्ट प्रेक्टिस हमें देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने में सहायक होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास में सधे एवं सीधे रास्ते पर चलकर विकास की मंजिल तक पहुंचने का हमारा निरंतर प्रयास रहेगा। पलायन, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार तथा राज्य के दुर्गम व सीमान्त क्षेत्रों का सतुंलित विकास जहां हमारी चुनौतियां हैं वहीं हमारी मेहनती मातृ शक्ति, युवा शक्ति, प्राकृतिक सौन्दर्य, वन सम्पदा, समृद्ध सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत हमारी सबसे बड़ी शक्ति है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश व दुनिया में भारत का मान व सम्मान बढ़ा है। पिछले आठ सालों में देश व प्रदेश में विकास के नये आयाम स्थापित हुए। हम उत्तराखण्ड के विकास में नये संकल्पों के साथ प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं। राज्य हित में सभी विभागों की ओर से रोडमेप तैयार किया गया है। नई कार्य संस्कृति के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपेक्षा की कि राज्य हित में 10 से 5 तक कार्य करने की मानसिकता का परित्याग करना होगा, तभी हम राज्य के विकास में सहयोगी बन पायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 7 हजार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया अधीनस्थ सेचा चयन आयोग से लोक सेवा आयोग को स्थानांतरित की गई है। इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई है। हमारे युवाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध हों इस दिशा में हमारे प्रयास निरंतर जारी है। जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनता को त्वरित रूप से मिले। इसके लिए जिन योजनाओं का हम शिलान्यास करेंगे उनके लोकार्पण की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
कार्यक्रम में विशेष प्रमुख सचिव सूचना अभिनव कुमार ने विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यकलापों की जानकारी दी और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने सभी महानुभावों का आभार व्यक्त किया तथा पंचायती राज विभाग की योजनाओं की जानकारी दी,जबकि सचिव परिवहन अरविंद सिंह एवं निदेशक आईटीडीए अमित सिन्हा की ओर से अपने विभागों से संबंधित लोकार्पित की गई योजनाओं की जानकारी दी।