सिलहट: गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत भारत ने महिला एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका को 8 विकेट से हराकर रिकॉर्ड सातवीं बार खिताब अपने नाम किया। श्रीलंका ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट पर 65 रन बनाए, जवाब में भारत ने 8.3 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 71 रन बनाकर मैच जीत लिया।
66 रनों के छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने तेज शुरूआत दिलाई। विशेषकर मंधाना ने काफी आक्रामक रूख अपनाया। दोनों ने 3.3 ओवर में 32 रन जोड़े। इसी स्कोर पर शेफाली 5 रन बनाकर इनोका रानाविरा की शिकार बनीं। इसके बाद बल्लेबाजी करने आईं जेमिमाह रोड्रिगेज कुछ खास नहीं कर सकीं और केवल 2 रन बनाकर कविशा दिलहारी का शिकार बनीं। हालांकि यहां से स्मृति मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कोई और नुकसान नहीं होने दिया और 8.3 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 71 रन बनाकर भारत को जीत दिला दी।
स्मृति 25 गेंदों में 6 चौके और 3 छक्के की बदौलत 51 और कौर 11 रन बनाकर नाबाद लौटीं।
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट पर 65 रन बनाए। श्रीलंकाई बल्लेबाजों की भारतीय गेंदबाजों के आगे एक न चली और टीम ने केवल 9 रनों पर कप्तान चमारी अट्टापट्टू (06), हर्षिता माडवी (01) अनुष्का संजीवनी (02) और हसिनी परेरा (00) के रूप में चार विकेट खो दिये। श्रीलंकाई टीम के विकेट खोने का सिलसिला यहीं पर नहीं रूका और टीम ने 16 ओवर में केवल 43 रन पर नौ विकेट खो दिये। केवल इनोका रानाविरा और ओशादी रानासिंघे ही कुछ संघर्ष कर सकीं। रानाविरा ने नाबाद 18 और रानासिंघे ने 13 रन बनाए। श्रीलंका की टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर केवल 65 रन ही बना सकी।
भारत की तरफ से रेणुका सिंह ने तीन, राजेश्वरी गायकवाड़ और स्नेह राणा ने 2-2 विकेट लिए।
बता दें कि यह भारत का सातवां एशिया कप खिताब है। इस टूर्नामेंट के 8 संस्करणों में से भारत केवल 1 बार वर्ष 2018 में हारा है, तब बांग्लादेश ने भारत को हराकर खिताब जीता था। इस बार के टूर्नामेंट में भी भारत को केवल पाकिस्तान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है, बाकी सारे मैचों में भारत ने जीत दर्ज की है।