उत्तराखण्ड को 2024 तक टीबी मुक्त करने के लिए जनजागरूकता जरूरी: राज्यपाल
देहरादून: राज्यपाल ने रविवार को राजभवन में टीबी के प्रति जनजागरूकता अभियान ‘‘टीबी सील’’ का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने अभियान के लिए 01 लाख रुपये देने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश को 2024 तक टीबी मुक्त करने के लिए जनजागरूकता जरूरी है।
टीबी एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड की ओर से जनजागरूकता अभियान के तहत ‘‘टीबी सील’’ का अनावरण किया जाता है, जिसका मूल्य 05 रुपये है। इससे संचित धनराशि टीबी रोग के प्रति जनजागरूकता अभियान में संस्था की ओर से खर्च की जाती है। एसोसिएशन 2008 से राज्य में क्षय रोग के प्रति दूरस्थ क्षेत्रों में जनजागरूकता एवं चिकित्सा शिविर आयोजित कर रहा है।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि उत्तराखण्ड ने 2024 तक प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने में जनजागरूकता के साथ-साथ लोगों के सहयोग की जरूरत है। लोगों को टीबी के शुरुआती लक्षणों की पहचान के लिए जागरूक करना चाहिए। प्रारंभिक अवस्था में टीबी का इलाज किया जाए तो रोगी पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय इस जनजागरूकता अभियान में अपना पूरा योगदान देंगे। उन्होंने इस दौरान एसोसिएशन की ओर से संचालित विभिन्न क्रिया कलापों की जानकारी ली और उनकी सराहना की।