हरिद्वार: 29 सितम्बर से 12 अक्टूबर तक गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होने जा रहा है जिसमें उत्तराखण्ड की टीम के लिए खिलाड़ियों का चयन कर लिया गया है। इन राष्ट्रीय खेलों में पतंजलि उत्तराखण्ड टीम की प्रायोजक बनी है। आज पतंजलि विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में इन चयनीत खिलाड़ियों को जीत की शुभकामनाओं के साथ विदाई दी गई जिसमें स्वामी रामदेव व उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के महासचिव डी.के. सिंह की उपस्थिति रहे। इस वर्ष राष्ट्रीय खेलों में पतंजलि की ओर से योग में चार छात्र व चार छात्राओं का चयन भी किया गया है।
इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि राष्ट्रीय खेलों में योग को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के जीवन में विजय के प्रति संकल्प, वीरता, पराक्रम, शौर्य, न टूटने वाला हौंसला तथा पूर्ण आत्मविश्वास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी जीवन का समय निश्चित रहता है, अतः खेल के साथ-साथ अपने जीवन को विविध क्षेत्रों में आयाम दें।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के महासचिव डी.के. सिंह ने 39वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड की टीम के प्रायोजक बनने पर पतंजलि का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस बार उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों की जर्सी पर, उनके हृदय के समीप ऐसा लोगो लगने जा रहा है जो उन्हें जीत की शक्ति प्रदान करेगा और प्रदेश के खिलाड़ी नया इतिहास रचेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के कोषाध्यक्ष महेश जोशी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड की टीम विजय संकल्प के साथ गुजरात जायेगी जिसमें 17 खेलों में 129 खिलाड़ी प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। साथ ही टीम में 39 कोच, प्रशिक्षक, मैनेजर व चिकित्सक भी होंगे।
कार्यक्रम में पतंजलि द्वारा प्रदान की गई किट का विधिवत लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के पूर्व खेल मंत्री नारायण सिंह राणा, उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष संदीप शर्मा, सी.ई.ओ. चेतन गुरूंग उपस्थित रहे। पतंजलि की ओर से भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एन.पी. सिंह, साध्वी देवप्रिया जी, प्रो. वी.के. कटियार, स्वामी अर्शदेव उपस्थित रहे।