रूस से यूरोप जाने वाली गैस पाइप लाइन पर संकट के बादल, यूरोपीय देशों की बढ़ी चिंता

Prashan Paheli

मास्को: यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच हर दिन नए मोर्चे और समीकरण बन रहे हैं। इस ताजा कड़ी में पाइप के जरिए रूस से यूरोप को होने वाली गैस आपूर्ति पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। रूस ने कहा है कि गैस निकासी में मुख्य भूमिका निभाने वाला केवल एक टरबाइन इंजन ही कार्य कर रहा है, इसलिए नार्ड स्ट्रीम वन पाइपलाइन के जरिये गैस आपूर्ति आने वाले दिनों में भी बाधित रह सकती है। वहीं यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने कहा है कि रूस गैस का आर्थिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।

गैस आपूर्ति संबंधी रूस के ताजा बयान से यूरोपीय देशों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि ठंड के मौसम के लिए गैस का भंडारण करने वाले दिनों में उन्हें रोजमर्रा की जरूरत की गैस भी नहीं मिल रही है। यूरोपीय देशों को जून के आखिरी सप्ताह से नियमित रूप से गैस नहीं मिल रही है।

माना जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध के विरोध में यूरोप द्वारा रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों के जवाब में रूस गैस आपूर्ति बाधित कर रहा है। गैस न मिल पाने से यूरोप पर भीषण आर्थिक मंदी का खतरा मंडरा रहा है।

उल्लेखनीय है कि पिछले कई हफ्तों से नार्ड स्ट्रीम वन पाइपलाइन से क्षमता की महज 20 प्रतिशत गैस की आपूर्ति जर्मनी के जरिये यूरोप को हो रही है। चालू सप्ताह के तीन दिन यह आपूर्ति भी नहीं हो पाई है। इसी दौरान रूस ने आपूर्ति आगे भी बाधित रहने की चेतावनी दे दी है। रूस की चेतावनी से यूरोपीय देशों की चिंता बढ़ गई है। विदित हो कि यूरोप में गैस से बिजली का उत्पादन होता है और उद्योग धंधों में भी ईंधन के रूप में गैस का इस्तेमाल होता है।

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