अल्मोड़ा: गुरुवार को पहाड़ी आर्मी उत्तराखंड संगठन की बैठक का आयोजन किया गया जिसमे खटीमा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान संकल्प लिया गया कि राज्य के आंदोलन में शहीद हुए आंदोलनकारियों के सपनों को आगे बढ़ाएंगे और उत्तराखंड राज्य के हित में पूरे पहाड़ को लामबंद करेंगे।
वक्ताओं ने कहा उत्तराखंड राज्य सिर्फ लूट का अड्डा बना हुआ है। संगठन के मुख्य प्रवक्ता भुवन पोखरिया ने कहा जिस पहाड़ी राज्य के लिए आंदोलनकारियों ने अपना सर्वस्व कुर्बान कर दिया उस राज्य की दुर्गति को देखकर दिवंगत आत्माएं भी परेसान हो रही होगी। संगठन के अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा उत्तराखंड राज्य में सिर्फ पहाड़ और पहाड़ीयो की अनदेखी की जा रही है। uksssc और अन्य भर्ती घोटाले ने यह सिद्ध कर दिया की सरकार जनता की नही बल्कि राजनीतिक पार्टियों और उनके रिश्तेदारों की है।
आज हर पहाड़ी को अपने अस्तित्व की लड़ाई के लिए आगे आना होगा उन्होंने पहाड़ी समाज के आहार संगठन को एक मंच पर आकर सामुहिक आंदोलन की अपील की। उन्होंने कहा कि पिछले 22 वर्षो से उत्तराखंड को साजिशन लूटा गया है जिसका नतीजा अब दिखाई देने लगा है। बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने अपने अपने विचार रखे और सामुहिक विचार मंथन किया कि शनिवार 3 सितंबर को कुमाऊं कमिश्नर के माध्यम से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच के लिए ज्ञापन दिया जायेगा।
कहा कि अगर सीबीआई जांच के आदेश नही होता है तो युवाओं के हक में प्रदेश व्यापी आंदोलन का बिगुल फूका जाएगा। बैठम में संगठन के महामंत्री जय सामंत ,राजेंद्र प्रसाद जोशी, रमेश पडलिया प्रवकता हितेंद्र राठौर, एडवोकेट देवेंद्र कुमार टम्टा,मनीष बिष्ट , कौशल पाठक,रविंद्र कनवाल, लखन मेहता ,दीपू नेगी पंकज ,राहुल मिश्रा,अमित कोहली,हिमाशु पांडे आदि मौजूद रहे।