रुद्रपुर: मुख्यमंत्री ने 33वीं राष्ट्रीय कैनो स्प्रिंट सीनियर (महिला एवं पुरुष) चैंपियनशिप में पहुंचकर प्रतिभागियों की हौसला अफजाई की। प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को ट्राफी देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए खिलाड़ियों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि खिलाड़ियों के आगमन से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने गुजरात में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप के लिए सेलेक्ट होने वाली सभी 8 टीमों को बधाई दी। इस दौरान उन्होंने प्रतियोगिताओं के रोमांचक मुकाबलों का भी भरपूर आनंद लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुकाबले इतने नजदीकी वे रोमांचकारी रहे कि व्यक्ति सोच किसी और को रहा था लेकिन विजयी कोई और निकल रहा था। उन्होंने कहा कि यही सब जीवन का भी हिस्सा है कि हम सोचते कुछ हैं परंतु होता कुछ और है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति मेहनत करता है, वह व्यक्ति निश्चित ही अपनी मेहनत और लगन के बल पर आगे बढ़ता है और सफलता प्राप्त करता है।
उन्होंने कहा कि खेल हमें जीने की कला सिखाता है। उन्होंने कहा कि खेल हमें सिखाता है कि गिरते-उठते, पीछे छूटते व कई बार पटकी लगने के बावजूद भी आगे बढ़ते हैं और खेल भावना का प्रदर्शन करते हुए खिलाड़ी आपस में गले मिलकर खेल को समाप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि खेल जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जोकि हमें आशा-उमंग व शक्ति का संचार करता है और जीने की कला सिखाता है। खेल हमें सिखाता है कि जीवन में कभी भी किसी भी हार से निराश न होकर पूरी तन्मयता, मेहनत, ईमानदारी और लगन से आगे बढ़ते रहना चाहिए, निश्चित ही एक दिन सफलता हमारे कदम चूमती है। उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ियों द्वारा बहुत अच्छा प्रदर्शन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने इण्डियन क्याकिंग एसोसिएशन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा की इस प्रतियोगिता के आयोजन से राज्य में क्याकिंग, केनोइंग खेलों के विकास में बहुत बड़ा योगदान रहेगा। इससे राज्य में क्याकिंग खेलों का विकास होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। देश में एक से एक प्रतिभावान खिलाड़ी मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि पहले चयन में अड़चनें आती थीं, परंतु अब किसी भी प्रतिभावान खिलाड़ी के चयन में कोई अड़चन नहीं आती और प्रतिभावान खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आज हमारा देश खेल के सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार ख्याति व पदक प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्वयं खिलाड़ियों के विदेश दौरे पर जाने से पहले मुलाकात करते हैं और उनकी हौसला अफजाई करते हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल नीति लाई गई है। उन्होंने कहा कि खेल नीति के अन्तर्गत ऐसी व्यवस्था की गई है कि गरीब से गरीब खिलाड़ी में भी यदि प्रतिभा होगी तो गरीबी उसकी प्रतिभा को आगे बढ़ने से नहीं रोक पाएगी। उन्होंने कहा कि सभी योग्य व्यक्तियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए अवसर मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा देश प्राचीन काल से ही शिक्षा का केन्द्र रहा है। जब ज्ञान-विज्ञान के विषय में दुनिया नहीं जानती थी, तब ऋषि मुनियों ने हमारे महान ग्रंथों की रचना की थी। उन्होंने कहा जब विश्व की अन्य सभ्यताएं विकास के लिए संघर्षशील थी, उस समय पर तक्षशिला और नालंदा जैसे गुरुकुल देश-दुनिया को शिक्षा देने का कार्य कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय विधायक अरविन्द पाण्डे की मांग पर कहा कि बौर जलाशय क्षेत्र में बसे राजस्व ग्रामों के सड़कों से सम्बन्धित प्रस्ताव को भारत सरकार की सीआरएफ योजनान्तर्गत शामिल किया जायेगा। बौर जलाशय क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पीपीपी मोड में संचालित करने पर भी विचार किया जाएगा।
एण्डियन क्याकिंग एसोसिएशन के चैयरमेन बलवीर सिंह कुशवाहा ने कहा कि राज्य में शीघ्र ही राफ्टिंग चैम्पियनशिप और अन्तराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित कराने का प्रयास किया जायेगा।
इस अवसर पर विधायक मोहन सिंह मेहरा, पूर्व लोक सभा सांसद बलराज पासी, महासचिव इण्डियन क्याकिंग एसोसिएशन बीएस बरार, महासचिव उत्तराखण्ड ओलम्पिक एसोसिएशन डीके सिंह, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त, संयुक्त निदेशक सूचना केएस चैहान, मैनेजर चैम्पियनशिप एवं तकनीकि अधिकारी रामा कृष्ण, सहित जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, जिला उपाध्यक्ष अमित नारंग, नगर पंचायत अध्यक्ष अनीता दूबे, सीमा सरकार आदि उपस्थित थे।