देहरादून: स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों को जल्द फैकल्टी की कमी दूर होगी। चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड में 339 स्थाई असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है।2600 स्टाफ नर्स की भर्ती भी जल्द शुरू होगी।
स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि कैबिनेट ने वरिष्ठता के आधार पर नर्सों की भर्ती का निर्णय लिया था, जिसका जल्द शासनादेश होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कैथ लैब का कार्य जल्द पूरा किया जाए। ताकि राज्य स्थापना दिवस पर इसकी शुरुआत की जाए। उन्होंने कहा की राज्य में संस्थागत प्रसव की स्थिति में सुधार हुआ है। 2015-16 में यह 68.6 प्रतिशत थी,जो 2019-21 में 83.2 प्रतिशत हो गई। इसे 100 प्रतिशत करने का प्रयास है। आयुष्मान योजना के तहत कोई भी मरीज भर्ती होता है तो डिस्चार्ज होने पर बिल संबंधी जानकारी उन्हें दी जाएगी। बिल पर मरीज के हस्ताक्षर लिए जाएंगे। इसके बाद ही बिल क्लियर होगा। उन्होंने बताया कि हर मेडिकल कॉलेज में लाइफ स्टाइल का अलग डिपार्टमेंट होगा।वही इससे जुड़ा सर्टिफिकेट कोर्स भी जल्द शुरू किया जाएगा।जितने भी सड़क दुर्घटना के मामले आएंगे उनका उपचार मुफ्त होगा।
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डा. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में पैरामेडिकल स्टाफ से अधिक पद सृजित किए जा रहे हैं, जिसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाता है। इस प्रस्ताव को जल्द कैबिनेट की मंजूरी मिल जाएगी। हल्द्वानी में कैंसर यूनिट भी जल्द शुरू होगी इसके अलावा दून मेडिकल कॉलेज के नए ओटी व इमरजेंसी ब्लॉक का संचालन अगले 15 दिन में शुरू कर दिया जाएगा। सुपर स्पेशिलिटी डॉक्टरों के अलग कैडर व वेतन संबंधी चिकित्सा शिक्षा मंत्री के निर्देश पर भी कार्य शुरू कर दिया गया है।