देहरादून: जिलाधिकारी ने जल संस्थान और पेयजल निगम के अधिकारियों को बिना तैयारी के बैठक में आने पर नाराजगी जताई। इस दौरान उन्होंने दोनों विभागों के अधिकारियों को तलब होने के निर्देश दिए।
बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ऋषिपर्णा सभागार में जिलाधिकारी सोनिका ने जिला जल एवं स्वच्छता मिशन, जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में जल संस्थान और पेयजल निगम के अधिकारियों की आधा अधूरी तैयारी पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने रेखीय विभाग की कार्यों की समीक्षा करने के लिए मुख्य विकास अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में पेयजल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों की ओर से स्पष्ट सूचना प्रस्तुत न करने पर स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी ने जल संस्थान और पेयजल निगम के अधिकारियों के साथ जनपद में एफएचटीसी आच्छादन की अद्यतन स्थिति, फेस वन के कार्यों को पूरा करने को कहा। उन्होंने अद्यतन प्रगति, फेस टू कार्यों में डीपीआर निर्माण, जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की ओर से पूर्व में अनुमोदित,स्वीकृत प्राक्कलनो पर कार्य प्रारंभ करने की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली।
इसके साथ ही जल जीवन मिशन के अंतर्गत नवनिर्मित प्राक्कलनों पर चर्चा और उनका अनुमोदन, अनुबंधित तृतीय पक्ष निगरानी एजेंसी (टीपीटीआई) के कार्यों की प्रगति को जाना। जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजनाओं की फाइनल कंप्लीशन रिपोर्ट (एफसीआर) के प्रपत्र के अनुमोदन, डीडब्ल्यूएसएम के लिए अनुबंधित कार्मिकों की नियुक्ति प्रक्रिया पर हुए व्यय को जल जीवन मिशन के सपोर्ट फंड से भारित करने पर चर्चा की।
बैठक में अधिशासी अभियंता जल संस्थान केसी पैन्यूली, एलसी रमोला, एसीएफ वन विभाग तनुजा परिहार, जलकल अभियंता जल संस्थान ऋषिकेश अनिल नेगी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून डॉक्टर यू एस चौहान, डीईओ एजुकेशन सुदर्शन सिंह बिष्ट,आरटीओ टूरिज्म जसपाल चौहान सहित पेयजल निगम व जल संस्थान के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।