चमोली-खैनुरी मोटरमार्ग 22 दिन से बंद, ग्रामीणों का जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन
गोपेश्वर: पिछले 22 दिन से चमोली-खैनुरी मोटरमार्ग बंद होने से परेशान ग्रामीणों का सब्र का बांध फूट पड़ा। सोमवार को ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी कार्यालय के परिसर में धरना दिया और मुख्यमंत्री, स्थानीय विधायक और जिला प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की। उन्होंने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंप कर सड़क खोलने की मांग की।
ग्राम प्रधान खैनुरी रेखा देवी व क्षेत्र पंचायत सदस्य पूनम देवी ने बताया कि बीते 22 दिन से उनके गांव को चमोली से जोड़ने वाला मोटर मार्ग पहाड़ी से मलबा आने के कारण अवरूद्ध हो रखा है। पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी विभाग ने मार्ग खोलने की पहल नहीं की गई। मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को अपनी रोजमर्रा की सामग्री दस किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर पीठ पर लाद कर गांव तक पहुंचानी पड़ रही है।
ज्ञापन में बताया कि पीएमजीएसवाई की ओर से मानकों के अनुसार सड़क निर्माण कार्य न किये जाने से ग्रामीणों की काश्तकारी की भूमि भी बर्बाद हो गई है। सड़क पर कहीं भी सुरक्षा दीवार निर्माण, नाली निर्माण और स्कबर नहीं बनाये गये हैं, जिसके कारण भूकटाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग अवरूद्ध होने से सबसे बड़ी परेशानी तब खड़ी हो रही है जब गांव में कई बीमार हो जाता है। उन्होंने जब कई बार विभाग को सड़क के सुधारीकरण की मांग को लेकर पत्राचार करने के बाद भी कोई हल नहीं निकला तो उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा है। धरना प्रदर्शन करने वालों में पूर्व प्रधान महिपाल सिंह, अनिल बिष्ट, खीम सिंह, वीरेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, लखपत सिंह, गोविंद सिंह, लक्ष्मण सिंह, राजेंद्र सिंह, सोबत सिंह आदि मौजूद थे।
ग्रामीणों के धरना स्थल पर पहुंच कर प्रभारी जिलाधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने ग्रामीणों की समस्या सुनी। उन्होंने मौके पर ही पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को बुलाकर फटकार लगाते हुए तत्काल सड़क मार्ग खोले जाने के निर्देश दिया। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि जब भी कोई समस्या हो तो वे सीधे उनसे दूरभाष पर संपर्क कर सकते हैं। उनकी समस्या का तत्काल समाधान किया जाएगा।