देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य में संचालित की जा रही सभी रोपवे परियोजनाओं का तकनीकी निरीक्षण मुख्य रोपवे इन्स्पेक्टर ब्रिडकुल द्वारा किया जाता है। तकनीकी खराबी के चलते बंद हुए सुरकंडा रोपवे का ब्रिडकुल ने निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था सुरकंडा रोपवे प्रोजेक्ट कारपेट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट की जांच के बाद ही सुरकंडा रोपवे का संचालन शुरू किया जाएगा।
तकनीकी खराबी के चलते 10 जुलाई को सुरकंडा रोपवे का संचालन रोक दिया गया था। इसके अगले ही दिन 11 जुलाई को ब्रिडकुल की संयुक्त समिति ने रोपवे का स्थलीय निरीक्षण किया। समिति द्वारा स्थलीय निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों के निराकरण के लिए रोपवे की कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया कि रोपवे का संचालन किए जाने से पहले सभी तकनीकी कमियों को ठीक किया जाए तथा किसी अन्य संस्था से रोपवे का निरीक्षण कराया जाए।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद: यूटीडीबीद्ध के निदेशक; इंफ्रा अवस्थापनाद्ध लेण् कमांडर दीपक खंडूरी ने बताया कि घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्य रज्जुमार्ग निरीक्षक द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नामित संयुक्त समिति की ओर से रोपवे का स्थलीय निरीक्षण किया गया। कंपनी की ओर से निरीक्षण रिपोर्ट 21 जुलाई को ब्रिडकुल को सौंप दी गई है। ब्रिडकुल की ओर से रोपवे का पुनः निरीक्षण किया जाएगा। जिसके बाद ही रोपवे का संचालन एक बार फिर से किया जाएगा। रोपवे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुरक्षा से जुड़ा मामला है। पूर्ण रूप से जांच होने के बाद ही रोपवे का संचालन शुरू किया जाएगा।