हरिद्वार: नगर निगम रुड़की की बोर्ड बैठक एक बार फिर हंगामेदार रही। दरअसल, रुड़की नगर निगम में बजट को लेकर बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया लेकिन बैठक एक बार फिर विफल रही। पार्षदों का कहना है कि बैठक में कोई सक्षम अधिकारी नहीं होने के कारण बजट बैठक को एक बार फिर स्थगित किया गया है। वहीं, एमएनए की मौजूदगी में बैठक को होना था, लेकिन उनकी ड्यूटी बाहर होने के चलते बैठक में बजट पास नहीं हो पाया।
पार्षदों का आरोप है कि पिछली बार बजट को निरस्त कर दिया गया था, लेकिन नगर निगम ने बिना बजट पास किए 15 करोड़ के टेंडर पास कर दिए, जो नियम विरुद्ध है। इसको लेकर एमएनए से जवाब मांगने थे, लेकिन वो केदारनाथ ड्यूटी में गए हैं। इसलिए अगली बैठक में बजट पर चर्चा होगी। आज मात्र 6 प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखे गए थे, जिसमें से 3 पर सहमति के बाद पास किये गए हैं। बैठक में सबसे पहले बजट का प्रस्ताव रखा गया, जिसका पार्षद विवेक चौधरी ने विरोध किया। उन्होंने पिछले पास हुए बजट का हिसाब मांगा और स्ट्रीट लाइटों की खरीद, सड़कों के टेंडर व अन्य कार्यों में धांधली का आरोप लगाया। पार्षदों ने विवेक चौधरी का साथ देते शहर में से सेग्रिगेशन प्रस्ताव को भी स्थगित कर दिया। जिसमें पार्षद राकेश ने अधिकारियों से इस प्रस्ताव पर पूरी डिटेल के साथ अगली बोर्ड बैठक में रखने की बात कही।
मेयर पक्ष के पार्षदों ने बजट पास किए जाने की मांग की और इस दौरान दोनों गुटों के पार्षदों में जमकर नोकझोंक हुई। इसके साथ ही दूसरा प्रस्ताव सर्किल रेट के आधार पर हाउस टैक्स लगाने का आया। इस प्रस्ताव का पार्षद बेबी खन्ना और चंद्रप्रकाश बाटा ने विरोध किया। काफी देर तक हुए हंगामें के बाद इस प्रस्ताव को भी पार्षदों ने स्थगित कर दिया। अगले प्रस्ताव के लिए 5 सदस्य कमेटी के गठन की बात करने की बात कही। साथ ही सदन में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर पार्षदों ने एसआईटी जांच की मांग भी की। पार्षद नितिन त्यागी ने कहा कि एसआईटी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा नगर निगम में भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिस पर सभी ने अपनी सहमति जताई। पार्षद राकेश गर्ग ने सदन में तहबाजारी के ठेके व पॉलीथिन को लेकर भी आवाज उठाई। उन्होंने कहा जब सुप्रीम कोर्ट ने तहबाजारी पर रोक लगाई हुई है, तो नगर निगम प्रशासन किस नियम से तहबाजारी शहर से करवा रहा है।
उन्होंने कहा नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे पॉलीथिन पकड़ो अभियान में पॉलीथिन पकड़ी जाती है। उनका भी कोई हिसाब किताब निगम के पास नहीं है। बोर्ड बैठक में तीन प्रस्ताव स्थगित किए गए और 3 प्रस्ताव पारित किए गए। मेयर गोयल गोयल ने कहा पहले भी कुछ पार्षदों ने बजट को रोका था। आज पुनः बैठक बुलाई गई, लेकिन आज भी पार्षदों ने बजट पास नहीं होने दिया। शहर के विकास कार्यों के लिए पार्षद रोड़ा बन रहे। इसलिए बरसात के सीजन में भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।