देहरादून: उत्तराखंड में केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं के साथ अब राजनीतिक दल भी खुलकर विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। कांग्रेस के छात्र विंग एनएसयूआई, एसएफआई छात्र संगठनों ने दून में भाजपा सरकार को पुतला जलाया। विरोध को लेकर प्रदेशभर में पुलिस प्रशासन को अलर्ट रखा गया है।
उत्तराखंड पुलिस सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ के विरोध को देखते हुए चौकन्ना है। इस संबंध में डीजीपी अशोक कुमार ने शनिवार को एक वीडियो जारी कर युवाओं से शांति बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कुछ युवा साथी अग्निपथ योजना को लेकर आंदोलनरत हैं। कुछ गलतफहमी का शिकार हैं। कुछ को भड़काया जा रहा है। मैं सभी साथियों से अपील करता हूं, कृपया शांति बनाए रखें। कोई भी कदम सोच-समझकर उठाएं। धैर्य बनाएं और संयम से काम लें। सकारात्मक सोचें। इसको इस दृष्टि से भी देखा जा सकता कि आपको आर्मी के साथ-साथ दूसरी तरह की नौकरी के अवसर भी प्राप्त होंगे। कुछ युवा साथियों को विरोध प्रकट करना ही है तो उनसे अनुरोध है कि उसे लोकतांत्रिक तरीके से, शांतिपूर्ण तरीके से करें।
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस भवन देहरादून से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुतला लेकर मार्च किया। घंटाघर पर कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया। युवाओं को समर्थन देने खटीमा के विधायक और उप नेता प्रतिपक्ष भुवन चंद्र कापड़ी भी मौके पर पहुंचे।
इस मौके पर भुवन कापड़ी ने कहा, “देश के युवा सेना में भर्ती होने का सपना देखकर वर्षो मेहनत करते आ रहे हैं लेकिन सरकार ने अभी तक आर्मी की जो परीक्षाएं करवाई उनके परिणाम तक घोषित नहीं किए। अब उपर से अग्निपथ योजना लेकर आई है। इससे युवाओं में काफी रोष है और हम युवाओं की मांगों का समर्थन करते हैं और सरकार से मांग करते हैं की इस योजना को वापस लिया जाए”।
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा ,“सरकार युवाओं को डरा कर इस योजना को लागू करना चाहती है। यदि सरकार योजना को वापस नहीं लेती है तो एनएसयूआई आने वाले दिनों में बाध्य होकर प्रदेशभर में व्यापक आंदोलन करेगी”।
इस मार्च में एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्याम सिंह चौहान, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, जिला अध्यक्ष सौरभ ममगाईं, विकास नेगी, उदित थपलियाल, हिमांशु रावत, वाशु शर्मा, प्रकाश नेगी, अरुण टम्टा, राहुल जग्गी, सिद्धार्थ अग्रवाल, हरीश जोशी, सागर पुंडीर, सुबोध, सौरभ कुमार, हरजोत सिंह, वैभव पाठक, मनोज राम, उत्कर्ष जैन आदि मौजूद रहे।
देहरादून में एसएफआई छात्र संगठन के सदस्य अग्निपथ योजना के विरोध में उतरे। अग्निपथ योजना वापस लेने की मांग को लेकर छात्रों ने गांधी पार्क गेट के समक्ष सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। राज्य सचिव हिमांशु चौहान ने बताया कि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया अग्निपथ योजना को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने और सशस्त्र बलों में नियमित भर्ती करने की मांग करती है। सेना में अस्थाई भर्तियां ना सिर्फ़ लाखों युवाओं के साथ भद्दा मज़ाक है, बल्कि देश की सुरक्षा और सेना के आत्मबल पर किया जा रहा क्रूर प्रहार है।
नौजवान सभा (डीवाईएफआई) के साथी सत्यम ने बताया कि स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एसएफ़आई) बंद पड़ी सेना में भर्ती प्रक्रियाओं को शीघ्र शुरू करने की मांग करती है। केंद्र सरकार सेना पर अग्निपथ स्कीम के नाम पर संविदा प्रथा थोप रही है।
इस अवसर पर डीएवी इकाई अध्यक्ष मनोज कुंवर,पूजा बिष्ट,पूजा मंगाई, शुभम कण्डारी,सोनू सिंह,हरि गौतम,साक्षी रावत,भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय भट्ट,सतीश धोलखंडी,इंद्रेश नोटियाल,आदि लोग मौजूद रहे।