हरिद्वार । जिलाधिकारी हरिद्वार श्री सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में आज कैम्प कार्यालय में जिला सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से सड़कों पर कई जगह अवैध खुले कट के सम्बन्ध में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि एन0एच0-73 पर अस्थाई तौर पर कट बन्द कर दिया गया है तथा चैली शहाबुद्दीन पर अवैध कट ठीक कर दिया गया है तथा एन0एच0 पर दो किमी में एम्बुलेंस का आपातकालीन नम्बर प्रदर्शित किया गया है।
बैठक में एन0एच0-73 के अधिकारियों ने बताया कि पी0डब्ल्यूडी0, रूड़की को सड़क के लिये धनराशि उपलब्ध करा दी है तथा पीडब्ल्यूडी0, रूड़की जल्दी ही सड़क का कार्य प्रारम्भ करेगा। फिलहाल सड़क में जहां-जहां गड्ढे हुए थे, उनमें पेंच वर्क कर दिया गया है। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क का कार्य शीघ्र प्रारम्भ करें। बैठक में आपातकालीन नम्बर-108, 104 आदि के सम्बन्ध में चर्चा हुई। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी आपातकालीन नम्बर हो, उसके व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता होती है।
बैठक में पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि लालजीवाला क्षेत्र में ट्रैफिक डाउन करने के सम्बन्ध में एनएचएआई को सूचना दे दी गयी है। उन्होंने तेज गति से गाड़ी चलाने वालों तथा रेड लाइन जम्प करने वालों को पकड़ने के लिये आधुनिक उपकरण स्थापित करने हेतु योजना के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को अवगत कराया, जिस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क सुरक्षा समिति के माध्यम से प्रस्ताव प्रस्तुत करें।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोई भी साइन बोर्ड खानापूर्ति के लिये नहीं लगाये जाने चाहिये, जो भी साइनबोर्ड लगायें वह स्पष्ट रूप से दिखने चाहिये तथा उन पर पोस्टर बैनर आदि नहीं लगे होने चाहिये। उन्होंने कहा कि जितनी भी बातें की जाती हैं या सुझाव दिये जाते हैं, उनको आपको कार्य रूप में परिणत कर दिखाना है। हमें कार्य रूप में परिणत करने वाला मैकेनिज्म चाहिये।
बैठक में श्री मनीष तिवारी, एआरटीओ(ए) हरिद्वार, श्री जे0एस0 मिश्रा, एआरटीओ, रूड़की, डाॅ0 पंकज कुमार झा, एसीएमओ, हरिद्वार, श्री गौरव, एजीएम, एनएच-74, श्री राघव त्रिपाठी, डिप्टी मैनेजर, एनएचएआई, रूड़की, श्री रवीन्द्र कुमार, एएई, सीडीपीडब्ल्यूडी, लक्सर, श्री विजय कुमार मोगला, एइसीडीपीडब्ल्यूडी, रूड़की, श्री आर0पी0 सैनी, टीटीओ एआरटीओ, रूड़की सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।