कुमाऊं विश्वविद्यालय में जीवित जीवाश्म वृक्ष जिंगो बाइलोवा के पौधे रोपे
नैनीताल: कुमाऊं विश्वविद्यालय के वन एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग में केयूआईसी व उन्नत भारत अभियान प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष कार्यक्रम हुआ।
मुख्य अतिथि कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलसचिव दिनेश चंद्रा, विशिष्ट अतिथि शोध एवं प्रसार निदेशक प्रो. ललित तिवारी, संकायाध्यक्ष प्रो. एबी मेलकानी, केयूआईसी के निदेशक प्रो. हरीश चद्र सिंह बिष्ट, प्रो. राजीव उपाध्याय, डॉ गीता तिवारी, डॉ. दीपाक्षी, डॉ. हर्ष, डॉ. नवीन व डॉ. हेम तथा राजभवन के प्रोटोकॉल अधिकारी संतोष सकलानी आदि ने विश्व की सबसे प्राचीन पादप प्रजाति, जीवित जीवाष्म वृक्ष कहे जाने वाले जिंगो बाइलोबा के पौधों का रोपण किया।
कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो. एलएस लोधियाल के साथ बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी शामिल रहे। इस दौरान सफाई अभियान तथा पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। प्रो. एससी गड़कोटी, डॉ. गीता तिवारी, डॉ. सुषमा टम्टा, डॉ. नीलू लोधियांल एवं डॉ. रीना ने निर्णायक की भूमिका निभाई और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किया।
आयोजन में डॉ. आशीष तिवारी, डॉ. नीता आर्या, डॉ. कुबेर गिन्ती, डॉ. ईरा तिवारी, डॉ. नंदन सिंह, डॉ. बिजेंद्र लाल व डॉ. मैत्री नारायण तथा डॉ. इक्रमजीत कौर, डॉ. श्रुति साह, डॉ. भावना कर्नाटक, फलक, रिया, हिमांशु एवम श्री गहलोत, राजेश, प्रेमा, संतोष आदि ने विशेष योगदान दिया।