नयी दिल्ली। दिल्ली नगर निगम अवैध कब्जे को लेकर एक्शन में नजर आ रहा है। खासकर दक्षिणी दिल्ली में नगर निगम के अतिक्रमण रोधी अभियान का डर देखा जा सकता है। शाहीन बाग के फर्नीचर बाजार में दुकानदार खुद अपने सामन को सड़कों से हटाकर सही ढंग से व्यवस्थित करने में जुटे हुए हैं। दरअसल, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने शाहीन बाग जैसे इलाकों में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाने की योजना तैयार की है।
दक्षिणी दिल्ली से हटाया जाएगा अतिक्रमण
एसडीएमसी के मेयर मुकेश सुर्यान ने बताया था कि शाहीन बाग, ओखला, तिलक नगर वेस्ट सहित कई वार्ड को चिन्हित किया गया है मदनपुर खादर में भी अतिक्रमण देखा गया है। सड़क पर जो भी अतिक्रमण है उसे हटाया जाएगा। जहां बिल्डिंग खड़ी हुई है वहां के लिए प्लान तैयार किया गया है और उसे भी आने वाले समय में हटाया जाएगा।
उन्होंने कहा था कि विभाग को तारीखें बता दी गई हैं, एक महीने का प्लान दिया गया है। अतिक्रमण को हटाने के लिए एमसीडी एक्ट के तहत पहले नोटिस नहीं दिया जाता है लेकिन जहां लोगों ने बड़ी इमारत बना ली है वहां के लिए नोटिस तैयार किया जा चुका है जिसपर कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएमसी को लगा झटका
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अतिक्रमण रोधी अभियान को लेकर एसडीएमसी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, एसडीएमसी ने अतिक्रमण रोधी अभियान के लिए दिल्ली पुलिस से जवानों की मांग की थी। जिस पर सरिता विहार के एसएचओ राकेश कुमार ने कहा है कि दिल्ली पुलिस के जवानों की पहले से दूसरी जगहों पर तैनाती है। ऐसे में जवानों की अतिरिक्त तैनाती सरिता विहार में नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही एसएचओ ने पत्र में कहा कि ऐसे अभियान के लिए एसडीएमसी को कम से कम 10 दिन पहले सूचना देनी चाहिए थी।