भोपाल। मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा को लेकर प्रशासन सख्त नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद खरगोन में आरोपियों के आवास और दुकानों पर बुलडोजर से कार्रवाई की गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, खरगोन के मोहन टाकीज इलाके में जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों के मकान को ढेर कर दिया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिसबल तैनात रही।
इसी संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाए जाने वाले वीडियो को रिट्वीट करते हुए लिखा कि क्या बिना जांच के हर किसी को दोषी करार कर उसको सजा देना, कहां तक उचित है ?
सीएम शिवराज ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा था कि रामनवमी अभूतपूर्व उत्साह के साथ मनाई गई है लेकिन खरगोन में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। हम दंगाईयों को छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने कहा था कि दंगाईयों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। मध्य प्रदेश की धरती में दंगाईयों का कोई स्थान नहीं है। हमने दंगाईयों को चिह्वित कर लिया है।
उन्होंने कहा था कि जिन लोगों ने पत्थर चलाया है, संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है उन लोगों को दंडित तो किया ही जाएगा लेकिन नुकसान का आंकलन करके उनसे वसूली भी की जाएगी। हम किसी भी दंगाई को छोड़ेंगे नहीं। दरअसल, खरगोन शहर में रामनवमी के जुलूस पर पथराव, कुछ वाहनों और घरों में आगजनी की घटनाओं के बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
अब तक 77 लोगों की हुई गिरफ्तारी
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में खरगोन में शांति है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 77 लोग गिरफ़्तार हुए। एसपी के पैर में छर्रे लगे, उसे हम गोली भी कह सकते हैं। वे घायल हुए हैं। हमारे पुलिस के 6 ज़वान भी घायल हुए हैं। हम किसी को भी राज्य के अंदर माहौल नहीं बिगाड़ने देंगे।
इसी बीच उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिस घर से पत्थर आए हैं उन घरों को पत्थर का ढेर बना देंगे। इस मामले में सरकार पूरी तरह से सख्त है और किसी को भी शांति व्यवस्था बिगाड़ने का कोई अधिकार है और हम इसे बिगाड़ने देंगे भी नहीं।