भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में रंग पंचमी का पर्व अनूठे अंदाज में मनाया गया। यहां सुबह भस्म आरती में 4 बजे बाबा महाकाल को टेसू के फूलों से बने रंग लगाए गए। और फिर भस्म आरती में शामिल श्रद्धालुओं पर रंगों की बौछार की गई।
दरअसल उज्जैन सहित पूरे मालवा क्षेत्र में होली पर्व से ज्यादा रंग पंचमी पर्व मनाया जाता है। रंग पंचमी पर्व की शुरुआत महाकालेश्वर मंदिर से हुई है। यहां सुबह 4 बजे बाबा महाकाल की विशेष भस्म आरती की गई। और पंचामृत अभिषेक के बाद बाबा का भांग से श्रृंगार किया गया। जिसके बाद भस्म चढ़ाई गई और वस्त्र पहना कर भस्म आरती की गई। भस्म आरती के बाद बाबा के दरबार में रंग पंचमी का उत्सव मनाया गया।
वहीं बाबा महाकाल को टेसू के रंग से रंगा गया। और फिर पुजारियों ने भक्तों पर रंगों की बौछार की। मंत्रोच्चारण के साथ होली खेली गई। मंदिर प्रांगण रंगों से सराबोर हो गया।श्रद्धालुओं ने कहा कि जो भी भक्त बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुआ, वह अपने आप को धन्य मान रहा था।
जानकारी के अनुसार महाकालेश्वर मंदिर में रंग पंचमी पर्व मनाने के लिए पिछले एक माह से तैयारी की जा रही थी। ग्रामीण क्षेत्रों से टेसू के फूल लाए गए। 1 दिन पहले मंदिर प्रांगण में 5 क्विंटल टेसू के फूलों से रंग बनाया गया।