ऋषिकेशे। उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड की बैराज स्थित आवासीय कॉलोनी में रिटायरमेंट के बावजूद 2016 से आवास पर कब्जा जमाए मौजूदा पार्षद शौकत अली से आवास आखिरकार खाली करा लिया गया। प्रशासन के आदेश पर निगम के अफसरों ने पुलिस के साथ यह कार्रवाई की।
यूजेवीएनएल के सहायक अभियंता सिविल अतुल कुमार मंगलवार को स्थानीय पुलिस टीम के साथ बैराज कॉलोनी पहुंचे। टीम ने कॉलोनी के सरकारी आवास को पार्षद शौकत अली के कब्जे को मुक्त कराया। पुलिस फोर्स के साथ पहुंची टीम ने घर का सभी सामान जब्त कर आधिशासी अभियंता कार्यालय में जमा कर लिया। कार्रवाई के दौरान पार्षद शौकत अली की पत्नी भी मौजूद थी। उन्होंने कार्रवाई पर आपत्ति जताई, लेकिन पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के चलते उनकी एक नहीं चली। बैराज के इस कॉलोनी में सिर्फ शौकत अली ही नहीं, बल्कि आधा दर्जन अन्य पूर्व कर्मचारियों ने भी इसी तरह सरकारी आवास पर कब्जा कर रखा है।सहायक अभियंता सिविल अतुल कुमार ने बताया कि शौकत अली के निगम से रिटायर्ड होने के बाद यह आवास मनोज कश्यप को आवंटित कर दिया गया था। बावजूद, शौकत अली ने आवास नहीं छोड़ा। इस मामले पर कई बार विभाग की ओर से उन्हें न सिर्फ नोटिस दिए गए, बल्कि आवास पर नोटिस भी चस्पा किया गया। बावजूद आवास खाली नहीं करने पर प्रशासन से संबंधित कर्मचारी ने इसकी शिकायत की। जिसपर एसडीएम के आदेश के तहत आवास को खाली कराया गया। बताया जा रहा है कि अन्य आवासों में अवैध तरीके से रह रहे कब्जाधारियों से भी जल्द आवास खाली कराए जाएंगे।