देहरादून: द्वाराहाट विधानसभा से विधायक महेश नेगी गुरुवार कोर्ट नहीं पहुंचे। जिससे डीएनए टेस्ट के लिए उनका ब्लड सैंपल नहीं लिया जा सका।
देहरादून में न्यायिक मजिस्ट्रेट विवेक श्रीवास्तव की कोर्ट ने उन्हें और दुष्कर्म पीड़ित महिला की बच्ची के ब्लड सैंपल लेने के लिए दून अस्पताल के सीएमएस को डॉक्टरों की टीम के साथ कोर्ट पहुंचने का आदेश दिये थे। मगर, विधायक महेश नेगी कोर्ट ही नहीं पहुंचे।
महेश नेगी के वकील ने न्यायालय में एप्लीकेशन लगाते हुए बताया कि वे स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण कोर्ट नहीं पहुंच सके। मामले में अब विधायक महेश नेगी को 11 जनवरी की तारीख मिली है।
बता दें कि द्वाराहाट की रहने वाली एक महिला ने सितंबर में महेश नेगी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया था। जिसमें उसने कहा कि महेश नेगी ने उनका शारीरिक शोषण किया है।
जिससे उनकी महेश नेगी से एक बच्ची है। ऐसे में पीड़िता ने बच्ची को उसका हक दिलाने के लिए महेश नेगी का डीएनए टेस्ट कराने का अनुरोध किया था।
विधायक महेश नेगी की पत्नी ने महिला के खिलाफ ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए 5 करोड़ रुपए मांगने का आरोप लगाकर नेहरू कॉलोनी थाने मे एफआईआर दर्ज कराई थी।
दुष्कर्म पीड़िता ने देहरादून पुलिस पर निष्पक्ष जांच नहीं करने का भी आरोप लगाया था। साथ ही महिला ने मामले को अन्यत्र ट्रांसफर करने की मांग की थी।
जिसके बाद यह जांच देहरादून पुलिस से हटाकर पौड़ी पुलिस को सौंप दी गई थी। इसकी जांच दीक्षा सैनी कर रही थीं। न्यायालय ने अब अगली तारीख 11 जनवरी को लगाई है।
विधायक के वकील राजेंद्र भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि विधायक 21 तारीख को विधानसभा सत्र में शामिल होने आये थे। मगर कल विधानसभा में विधायक की तबीयत अचानक खराब हो गई।
जिसके कारण वे कल सत्र में भी भाग नहीं ले पाए। आनन फानन में उन्हें विधानसभा के अस्पताल में ले जाया गया। अस्पताल में विधायक का प्राथमिक इलाज किया गया।
इलाज के दौरान डॉक्टर ने बताया कि विधायक की कमर में दर्द है। जिस कारण चलाने में दिक्कत हो रही है। जिसके चलते डॉक्टर ने विधायक को दो हफ्ते के लिए घर पर आराम करने की सलाह दी है।