जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को आरोप लगाया कि स्वतंत्रता संग्राम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कोई भूमिका नहीं निभाई और यही अपराधबोध भाजपा एवं आरएसएस के शीर्ष नेतृत्व में है।
बिड़ला सभागार में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश स्तरीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने आजादी से पूर्व तथा आजादी के बाद अनेक कुर्बानियां दी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एवं आरएसएस के लोग एक तरह के अपराधबोध से ग्रसित हैं। गहलोत ने आरोप लगाया, भाजपा धार्मिक एवं जातीय भावना भड़काकर सत्ता प्राप्त करने का कार्य करती है। देश में फासीवादी ताकतें हावी हो रही हैं और देश में भय का माहौल है।
मीडिया दबाव में कार्य कर रहा है तथा ईडी व इनकम टैक्स का केन्द्र सरकार द्वारा दुरूपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस हमेशा से मजबूत रही है और इस कारण फासीवादी ताकतों का मुकाबला करने में सभी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का साथ देना है। गहलोत ने कहा कि देश में यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुकाबला कोई नेता कर रहा है तो वह राहुल गांधी हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश जानता है कि फासीवादी ताकतों को केवल कांग्रेस ही चुनौती दे सकती है इसलिये सभी कांग्रेस कार्यकर्ता कमर कसकर गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जायें तथा संगठन को मजबूत करने के लिये कार्य करें।
मुख्यमंत्री गहलोत ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार की गलत नीतियों के विरूद्ध मुद्दा उठाने में राहुल कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, लेकिन मीडिया का साथ नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बोफोर्स के मुद्दे पर सरकार चली गई थी, हालांकि, करगिल युद्ध में सैनिकों द्वारा बोफोर्स तोप का इस्तेमाल करने पर राजीव गांधी जिंदाबाद के नारे लगाये जाते थे। गहलोत ने आरोप लगाया कि देश में चुनावी बांड के माध्यम से घोटाला हो रहा है और 90 प्रतिशत चुनावी बांड भाजपा के पास हैं। उन्होंने पीएम केयर्स कोष को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा।