भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस का ‘घर चलो, घर-घर चलो अभियान’ आज यानी मंगलवार से आगाज हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री और अध्यक्ष कमलनाथ देवास से घर-घर चलो अभियान की शुरुआत करेंगे। कमलनाथ सबसे पहले मां चामुंडा और माता तुलजा भवानी के दर्शन करेंगे। उसके बाद अभियान की शुरुआत करेंगे।
वहीं अगले 1 महीने तक कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता घर-घर पहुंचकर सरकार की नाकामियों को गिनाएंगे। अभियान में हिंदू वोटरों को साधने के लिए में कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व साफ दिखाई देगा। इसे कांग्रेस का अब तक का सबसे बड़ा अभियान बताया जा रहा है।
हालांकि कांग्रेस का ये अभियान विवादों में आ गया है। अभियान से कई दिग्गज नेताओं ने किनारा कर लिया है। कोई व्यवस्तता तो कोई तबीयत का हवाला देकर अभियान में जुड़ने से इंकार कर दिया है। नकुल नाथ, दिग्विजय सिंह, राजमणि पटेल, संसद सत्र होने के कारण दिल्ली में हैं। इसके कारण अभियान में शामिल होने से इंकार कर दिया है। सुरेश पचौरी अस्वस्थ बताए जा रहे हैं। विवेक तन्खा भी बीमार हैं। कांतिलाल भूरिया व्यस्त के कारण अभियान में शामिल नहीं होंगे। इसके अलावा अरुण यादव भी अभियान में नजर नहीं आएंगे।
आपको बता दें कि कमलनाथ को देवास, दिग्विजय सिंह को भोपाल, कांतिलाल भूरिया को झाबुआ, सुरेश पचोरी को रायसेन, अरुण यादव को खंडवा, सीपी मित्तल को इंदौर, सुधांशु त्रिपाठी को ग्वालियर, विवेक तन्खा को जबलपुर, राजमणि पटेल को रीवा, नकुल नाथ को छिंदवाड़ा, अजय सिंह को सतना, एनपी प्रजापति को नरसिंहपुर और रवि जोशी को खरगोन की जिम्मेदारी दी गई है।