डेयरी किसान बनने के लिए जम्मू के युवा ने कॉर्पाेरेट नौकरी को कहा बाय-बाय

Prashan Paheli

श्रीनगर। नौकरियां छोड़ अपने सपनों को साकार करने के लिए लोग नए-नए आइडियाज के साथ स्टार्टअप शुरू करते हैं। जिसमें उन्हें सफलता भी मिलती है तो कुछ लोगों को सीख भी। निराशा जैसा कोई शब्द नहीं होता है। ठीक ऐसे ही जम्मू के एक आईटी पेशेवर ने डेयरी फार्मिंग के लिए अपना जीवन समर्पित करते हुए नौकरी को टाटा, बाय बाय कह दिया और अपना पूरा ध्यान डेयरी फार्मिंग में लगा दिया।

आपको बता दें कि अबीनेश खजुरिया ने जम्मू में डेयरी किसान बनने के लिए अपनी कॉर्पाेरेट नौकरी छोड़ दी। उन्होंने अधिक दूध देने वाली गायें खरीदीं और सरकार से 50 फीसदी सब्सिडी पर आधुनिक स्वचालित दूध संग्रह मशीनों, कूलर और स्वचालित बॉटलिंग मशीनों का इस्तेमाल किया। अबीनेश अन्य डेयरी किसानों को एक साथ लाने और रोजगार पैदा करने के लिए एक सहकारी समिति शुरू करने की योजना बना रहे हैं।

प्रभासाक्षी के संवाददाता के साथ बातचीत में अबीनेश खजुरिया ने बताया कि मैंने अधिक दूध देने वाली गायें खरीदीं और सरकार से 50 फीसदी सब्सिडी पर आधुनिक स्वचालित दूध इकट्ठा करने वाली मशीनों इत्यादि का इस्तेमाल किया। वहीं डेयरी फार्मिंग कर रहे अबीनेश के पिता कुलभूषण को अपने बेटे पर गर्व है। उन्होंने बताया कि मेरा बेटा अपने आईटी वेतन से कहीं अधिक कमा रहा है। वह अच्छा कर रहे हैं और युवाओं को खेती को करियर के रूप में चुनने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके अलावा वह अन्य डेयरी किसानों को एक साथ लाने और रोजगार पैदा करने के लिए एक सहकारी समिति शुरू करने की योजना बना रहा है।

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