दुष्कर्म के बाद हुई थी बच्ची की हत्या, दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लगाया जाम

Prashan Paheli

हरिद्वार। धर्मनगरी में बच्ची से हैवानियत की घटना पर भीड़ का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित भीड़ ने आरोपित के घर में घुसकर बाइक फूंक डाली। पुलिस ने बच्ची का अपहरण करने के बाद दुष्कर्म कर हत्या करने वाले एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, दूसरे आरोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार शाम कॉलोनीवासियों ने कई घंटे तक जाम लगाकर हंगामा किया। तनाव को देखते हुए ऋषिकुल क्षेत्र पीएसी तैनात की गई है। ऋषिकुल क्षेत्र में गत दिवस गायब हुई बच्ची का शव रात में पड़ोसी प्रॉपर्टी डीलर राजीव के घर में तीसरी मंजिल पर छत से बरामद हुआ था। प्रथम दृष्टया बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद उसके हाथ-पांव बांधकर हत्या की गई है, जिससे गुस्साए परिवार व कॉलोनीवासियों ने रात में हंगामा करते हुए आरोपित के घर के दरवाजे तोड़ डाले थे। एक बाइक में आग भी लगा दी गई थी। पुलिस ने बामुश्किल भीड़ को शांत किया और भीड़ कम हो जाने पर रात करीब दो बजे बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए उठाया। पुलिस ने सुबह होने से पहले ही आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया। अलीगंज सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) निवासी तीरथ राम हरिद्वार में अपने दूर के मामा राजीव के घर रहकर उनकी कपड़ों की दुकान पर काम करता है। राजीव की पत्नी अपने मायके फैजाबाद गई हुई हैं। रविवार की शाम बच्ची पतंग लेने के लिए राजीव के घर तीसरी मंजिल की छत पर गई थी। उसी दौरान आरोपित तीरथ राम ने बच्ची को बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। बाद में पकड़े जाने के डर से हाथ-पांव बांधकर गला दबाते हुए उसकी हत्या कर दी। बच्ची के परिवार ने रामतीरथ के साथ-साथ उसके मामा राजीव को भी मुकदमे में नामजद किया है। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार शाम कनखल स्थित शमशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। उसी दौरान, कॉलोनी की महिलाओं व निवासियों ने राजीव की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ऋषिकुल मार्ग पर जाम लगा दिया। आश्वासन मिलने पर कई घंटे बाद जाम खोला गया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि आरोपित राम तीरथ को अपहरण, दुष्कर्म, पोक्सो, हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है। एहतियात के तौर पर कॉलोनी में पुलिस तैनात की गई है। घटना को लेकर महिलाओं में सबसे अधिक गुस्सा देखा गया। सोमवार दिन भर कॉलोनी की महिलाएं अपने घरों से बाहर सड़क पर रही। जाम लगाने में भी महिलाएं और युवतियां सबसे आगे रहीं। उन्होंने आरोपित को फांसी देने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की। गुस्साई महिलाओं का कहना था कि दरिंदे को उनके हवाले किया जाए। उसे जलाकर मारने की सजा दी जाएगी। फांसी से कम सजा किसी सूरत मंजूर नहीं है।

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