लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनावी बिगुल बज चुका है। इन सबके बीच सबसे बड़ी खबर यही है कि बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती चुनाव नहीं लड़ेंगी। इस बात की जानकारी पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने दी। सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि हम लगातार जमीन पर काम कर रहे हैं। चुनावी रणनीति को मजबूत कर रहे हैं और आने वाले चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा कि मायावती लगातार पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगी। ऐसे में वह किसी एक सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगी। इतना ही नहीं, सतीश चंद्र मिश्रा ने तो यह भी कह दिया कि ना तो मायावती के परिवार से और ना ही मेरे परिवार से कोई भी सदस्य चुनावी मैदान में उतरेगा।
पार्टी महासचिव ने कहा कि मैं राज्यसभा का सदस्य हूं, कई प्रदेशों में चुनाव हो रहे हैं और बहन मायावती जी को चुनाव लड़वाना है। हम लोग चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। चुनावी रेस में बसपा के पिछड़े रहने के सवाल पर सतीश चंद्र मिश्र ने दावा किया कि हमारी पार्टी अब तक 350 से ज्यादा बैठक कर चुकी है। मैं खुद 100 के आसपास बैठक में शामिल रहा हूं। पार्टी के नेता पूरे प्रदेश में भ्रमण कर रहे हैं। आपको बता दें कि फिलहाल बसपा के कई विधायक पार्टी छोड़ कर जा चुके हैं। जानकारी के मुताबिक पार्टी के पास सिर्फ अभी तीन ही विधायक है।
इससे पहले मायावती के अब तक मैदान में न उतरने को लेकर विपक्षी दलों के कटाक्ष पर जवाब देते हुये बसपा प्रमुख ने कहा कि चुनाव से पहले जो जनसभायें की जा रही हैं, वह जनता के पैसे और सरकारी कर्मचारियों की भीड़ के बूते की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बसपा की कार्यशैली और चुनाव को लेकर तौर-तरीके अलग हैं और हम किसी दूसरी पार्टी की नकल नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता के लोगों को ठंड में जो गर्मी चढ़ी है, वह सरकार के और गरीबों के खजाने की गर्मी है।