भोपाल। देश की सबसे बुजुर्ग मादा भालू गुलाबो नहीं रही। देश की सबसे बुजुर्ग मादा भालू जो 40 साल पार कर चुकी थी। राजधानी भोपाल के वन विहार में उसने अंतिम सांस ली। ये जब 25 साल की थी तब इसे कलंदरों से मुक्त करा कर यहां लाया गया था।
दरअसल भोपाल वन विहार में लंबे समय तक लोगों के आकर्षण का केंद्र रहने वाली मादा भालू गुलाबो अब दुनिया में नहीं है। बताया जा रहा है कि 40 साल की मादा भालू गुलाबो को मई 2006 में 25 साल की उम्र में कलंदर से रेस्क्यू कर वन विहार लाया गया था।
आपको बता दें कि वन विहार नेशनल पार्क में भालू के प्रबंधन और रखरखाव की जिम्मेदारी संभालने वाले वाइल्ड लाइफ एसओएस संस्था की निगरानी में भालू को रखा गया था। लेकिन ज्यादा उम्र हो जाने के कारण गुलाबो के अंग धीरे धीरे काम करना बंद कर रहे थे।
वहीं गुलाबो का पोस्टमार्टम वन विहार के डॉक्टर अतुल गुप्ता और वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ रजत कुलकर्णी ने किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण उम्र और आंतरिक अंगों का काम नहीं कर पाना पाया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद वन विहार में ही पूरे सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जानकारी मिली है कि गुलाबों के जाने से वन विहार स्टाफ दुखी है। वन विहार में भालू बालों की देखरेख का जिम्मा वाइल्डलाइफ एसओएस संस्था के पास है जो भालू के भोजन से लेकर उनके स्वास्थ संबंधी मामलों को देखती है। गुलाबो की मस्ती पर्यटकों को खूब भाती थी। ये भी जानकारी मिली है कि उसकी मौत के बाद अब वन विहार में भालुओं की संख्या घटकर 20 रह गई है।