नयी दिल्ली। दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के ‘चक्का जाम‘ विरोध ने सोमवार को आम आदमी पार्टी की निंद उड़ा दी। काफी समय बाद भाजपा को दिल्ली में सरकार के खिलाफ कोई ऐसा मुद्दा मिला हैं जिस पर वह केजरीवाल सरकार को घेरना का एक मौका भी नहीं छोड़ना चाहती। भाजके के विरोध प्रदर्शन को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विरोध कर रही भाजपा पर पलटवार करके गंभीर आरोप लगाया है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर विरोध के बहाने शहर की सड़कों पर ‘‘गुंडागर्दी‘‘ करने का आरोप लगाया। एक बयान में, सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भाजपा के दिल्ली के शराब माफिया के साथ “पुराने संबंध” हैं और वे अपनी जेब भरने के लिए राज्य के राजस्व के 3,500 करोड़ रुपये “लूट” रहे हैं। भाजपा दिल्ली की सड़कों पर गुंडागर्दी कर रही है, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचा रही है क्योंकि उनकी सरकार ने चोरी के स्रोत को बंद कर दिया है। उनके इस तरह विरोध करके आम जनता को परेशान करने के लिए जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
सिसोदिया ने बयान में कहा कि दुकानों के आवंटन की पिछली प्रणाली त्रुटिपूर्ण थी। कई वार्डों में 10 से 15 शराब की दुकानें थीं और कुछ में तो बिल्कुल भी नहीं. “पहले, लगभग 2,000 अवैध शराब की दुकानें थीं। दिल्ली में अवैध शराब पर कार्रवाई करते हुए करीब सात लाख अवैध शराब की बोतलें जब्त की गईं। इसके अलावा, 1,864 प्राथमिकी और 1,000 वाहन जब्त किए गए। यह कहते हुए कि दिल्ली में शराब की दुकानों की संख्या नहीं बढ़ी है, उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति ने 3,500 करोड़ से अधिक की ‘राजस्व चोरी‘ को रोक दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की दो करोड़ जनता ‘भाजपा की हिंसा‘ से बहुत दुखी है। सिसोदिया ने कहा कि लोग इस शर्मनाक प्रदर्शन के लिए भाजपा को कभी माफ नहीं करेंगे।