आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में कुछ हिंदू संगठनों ने क्रिसमस के मौके पर पौराणिक चरित्र सांता क्घ्लॉज का शनिवार को पुतला जलाया। उनका आरोप है कि ईसाई मिशनरी क्रिसमस के मौके पर बच्चों और गरीबों को अपने धर्म की ओर आकर्षित करने के लिए सांता क्लॉज के माध्यम से उपहार वितरण कराते हैं और ईसाई धर्म का प्रसार करते हैं।
हिंदू संगठनों अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सेंट जॉन्स कॉलेज के बाहर एमजी रोड और शहर के विभिन्न स्कूलों के बाहर सांता क्लॉज के पुतले जलाए, जिन्हें “फादर क्रिसमस” या “सेंट निकोलस” भी कहा जाता है।
राष्ट्रीय बजरंग दल के क्षेत्रीय महासचिव अज्जू चैहान ने आरोप लगाया, “दिसंबर आते ही ईसाई मिशनरी क्रिसमस, सांता क्लॉज और नए साल के नाम पर सक्रिय हो जाते हैं और वे बच्चों को सांता क्लॉज से उपहार बांटकर ईसाई धर्म की ओर आकर्षित करवाते हैं।” संगठन के अन्य सदस्य अवतार सिंह गिल ने दावा किया, हम उन मिशनरियों पर नजर रखेंगे जो झुग्गियों में जाते हैं और हिंदुओं का ईसाई धर्म में धर्मांतरण करते हैं। सदस्य भी उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेंगे।