नयी दिल्ली। राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चैक तक मार्च निकाला। इस दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में नहीं आते हैं यह लोकतंत्र चलाने का कोई तरीका नहीं है। अपना हमला जारी रखते हुए राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहती है, उनपर हमें बहस नहीं करने दी जाती। जहां विपक्ष आवाज उठाने की कोशिश की जाती है, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है।
राहुल गांधी ने कहा कि हंगामे के बीच संसद में बिलों के बाद बिल पास हो रहे हैं। यह संसद चलाने का तरीका नहीं है। पीएम सदन में नहीं आते हैं. हमें राष्ट्रीय महत्व के किसी भी मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं है। यह लोकतंत्र की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या है। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार को लोकतंत्र में चर्चा और असहमति के संदर्भ में ट्यूशन लेने की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘लोकतंत्र में बहस व असहमति का महत्व- इस विषय पर मोदी सरकार को ट्यूशन की जरूरत है।’’
राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चैक तक मार्च निकाला। गौरतलब है कि गत मानसून सत्र में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए पिछले 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद से ये सांसद संसद की कार्यवाही के दौरान प्रतिदिन सुबह से शाम तक संसद परिसर में धरना दे रहे हैं।