देहरादून:उत्तराखंड में इस बार परीक्षों को लेकर इस बार कड़ी सावधानी बरती जा रही है। कई बार मुख्य परीक्षा के पेपर लीक होने से उत्तराखंड का महोल कई बार गरमाया है। पेपर लीक होने से छात्र-छात्राओं का साल बर्बाद हुआ है और उग्र आंदोलन के लिए भी मजबूर हुए हैं। स्नातक स्तरीय, सचिवालय रक्षक, वन दरोगा जैसी कई भर्तियों के पेपर लीक होने के बाद इस बार उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) 21 मई को होने वाली परीक्षा में खास एहतियात बरतेगा। कोषागार में सीसीटीवी की निगरानी में रखे हुए पेपर रविवार को मजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्र तक पहुंचाएंगे।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से प्रदेश के चार जिलों में सचिवालय सुरक्षा संवर्ग रक्षक भर्ती परीक्षा के लिए 62 केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा के लिए 25,806 अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी किए जा चुके हैं। चारों जिलों में चुनावी मोड में ये परीक्षाएं होंगी, जिसके लिए प्रशासन के अधिकारियों को नोडल बनाया गया है। पूर्व में हुए पेपर लीक से सबक लेते हुए यूकेएसएसएससी ने इस बार कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
पुलिस, प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को हर केंद्र पर अलग-अलग तैनात किया गया है। नोडल अधिकारियों की निगरानी में परीक्षा होगी। खास बात ये भी है कि परीक्षा केंद्रों पर शिक्षकों के बजाए पुलिस हर अभ्यर्थी की चेकिंग करेगी। संदिग्ध होने पर एंट्री नहीं दी जाएगी। परीक्षा सुबह 11 से दोपहर एक बजे की पाली में होनी है।
परीक्षा को लेकर आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कहीं भी गड़बड़ी हुई तो तत्काल प्रभाव से नए नकल कानून के तहत सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पुलिस के स्तर से भी जिन चार जिलों पौड़ी, देहरादून, नैनीताल और अल्मोड़ा में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, उनके आसपास के कोचिंग संस्थानों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है।
नोडल अधिकारियों की निगरानी में परीक्षा होगी। खास बात ये भी है कि परीक्षा केंद्रों पर शिक्षकों के बजाए पुलिस हर अभ्यर्थी की चेकिंग करेगी। संदिग्ध होने पर एंट्री नहीं दी जाएगी। परीक्षा सुबह 11 से दोपहर एक बजे की पाली में होनी है।