हरदीप पुरी ने कहा कि किसी सरदार को राष्ट्र विरोधी या खालिस्तानी बोलना गलत है। सरदार देश के लिए लड़ते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग गुमराह हो गए हैं और उनके आधार पर हम सभी का आकलन नहीं कर सकते।
नई दिल्ली। हाल में ही जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सरदारों को लेकर एक बयान दिया था। अपने बयान में महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि हम जब मतलब उठाते हैं तो हमें सीधे राष्ट्र विरोधी करार दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सरदार जी खालिस्तानी हो गए, हम लोग पाकिस्तानी हो गए। उन्होंने कहा कि फिर बाकी बचा क्या? सिर्फ बीजेपी और बीजेपी हिंदुस्तान नहीं है। महबूबा के इसी बयान को लेकर हरदीप पुरी ने पलटवार किया है।
हरदीप पुरी ने कहा कि किसी सरदार को राष्ट्र विरोधी या खालिस्तानी बोलना गलत है। सरदार देश के लिए लड़ते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग गुमराह हो गए हैं और उनके आधार पर हम सभी का आकलन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती ने जो बयान दिया है मैं नहीं समझता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है। जहां तक भाजपा का सवाल है तो हम लोग अपनी संस्कृति पर गर्व करते हैं।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी पर जम्मू कश्मीर के लागों को धार्मिक आधार पर ‘बांटने’ का आरोप लगाते हुये पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार ने संघ शासित प्रदेश को बिक्री के लिए रख दिया है। महबूबा ने संवाददाताओं से यहां कहा कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर को बाहरी लोगों के लिए बिक्री के लिए रख दिया। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि हम दिवालिया हो जाएं ताकि हमेदूसरे राज्यों (के लोगों) पर निर्भर बनाया जा सके। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष ने दावा किया कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर मेंउनके मुख्यमंत्री रहते जिन परियोजनाओं की शुरूआत की गयी थी, उसे केंद्र की भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने रोक दिया है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आबकारी नीति के तहत शराब कारोबार के ठेके बाहरी लोगों को दिए गए हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों द्वारा शराब की खपत की जाएगी,लेकिन इसका आर्थिक लाभ बाहरी लोगों को जाएगा।’