लखनऊ। देश में शोभा यात्रा के दौरान कई जगहों पर आपसी तनाव देखने को मिला है। दो समुदाय के लोग आपस में टकराए हैं। हालांकि देश में ऐसे कई नेता हैं जो अपने विवादित बयान की वजह से दो समुदायों के बीच लगातार टकराव पैदा करना चाहते हैं। ऐसी ही एक नेता समाजवादी पार्टी की हैं। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के नेता रूबीना खानम ने एक विवादित बयान दिया है। रूबीना खानम ने कहा कि मैं यह बताना चाहूंगी कि मुस्लिम समुदाय को छेड़ने की कोशिश न की जाए, अगर ऐसा हुआ तो हम महिलाएं मोर्चा संभालेंगी और तुम्हारे मंदिरों के आगे बैठकर अपने कुरान का पाठ करेंगी।
रूबीना खानम का बयान काफी विवादास्पद है। यही कारण है कि इसके सामने आते ही उनके खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई शुरू हो गई। अलीगढ़ के सीईओ श्वेताभ पांडे ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक महिला के द्वारा वीडियो जारी किया गया था। इसमें एक समुदाय विशेष के ख़िलाफ़ कुछ आपत्तिजनक बातों का जिक्र हुआ था। थाने में थ्प्त् दर्ज़ की गई है। मामले में जांच जारी है। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब रूबीना खानम ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले कर्नाटक हिजाब प्रकरण को लेकर भी उनका बयान सुर्खियों में रहा था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि हिजाब पर हाथ डालने वालों का हाथ काट देंगे।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि मुस्लिम धर्म को टारगेट कर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर को उतरवाने की कोशिश की जा रही है, इसका अंजाम ठीक नहीं होगा। रूबीना खानम के बयान को लेकर अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी अपना बयान दिया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कुछ लोग राजनीतिक रोटी सेकने की कोशिश कर रहे हैं। मंदिर-मस्जिद व अजान एवं हनुमान चालीसा के विवाद को तूल देने की कोशिश की जा रही है। मंदिरों के सामने नमाज़ पढ़े जाने की बात सरासर गलत है। कोई भी मुस्लिम मंदिरों के सामने नमाज पढ़ने नहीं जाएगा। सभी लोग मस्जिद में नमाज पढ़ेंगे।