धर्म आस्थाःआज फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि और शुक्रवार का दिन है। चतुर्थी तिथि आज सुबह 7 बजकर 58 मिनट तक रहेगी, उसके बाद पंचमी तिथि लग जाएगी। आज शाम 4 बजकर 45 मिनट तक धृति योग रहेगा। साथ ही आज रात 12 बजकर 18 मिनट तक हस्त नक्षत्र रहेगा। आकाशमंडल में कुल 27 नक्षत्र स्थित होते हैं। उन्हीं में से हस्त तेरहवां नक्षत्र है।
हस्त नक्षत्र के बारे में
हस्त नक्षत्र शुभ नक्षत्रों की श्रेणी में से एक है। इस दौरान किए गए सभी कार्यों का शुभ फल प्राप्त होता है। हस्त नक्षत्र का अर्थ होता है- हाथ और इसी के अनुसार हस्त नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह हमारी हथेली को माना जाता है, जो कि सीधे तौर पर हमारे भाग्य को दर्शाती है। हस्त नक्षत्र हमारे भाग्य को उज्ज्वल करने वाला है। हस्त नक्षत्र को हमारे जीवन में परिश्रम करने की क्षमता, विशेषकर कि हाथ की कला से किए जाने वाले कार्यों के साथ जोड़कर देखा जाता है। हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्रमा हैं। अतः हस्त नक्षत्र के दौरान चन्द्रदेव की उपासना की जाती है। हस्त नक्षत्र में भगवान शंकर की भी पूजा की जाती है। इसकी राशि कन्या है और इसका संबंध रीठा के पेड़ से बताया गया है। जिन लोगों का जन्म हस्त नक्षत्र में हुआ हो उन लोगों को आज के दिन हस्त नक्षत्र के दौरान रीठा के पेड़ या उससे बनी किसी अन्य चीज को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए, न ही उनका उपयोग करना चाहिए।
शुभ मुहूर्त चतुर्थी तिथि– आज सुबह 7 बजकर 58 मिनट तक
धृति योग- आज शाम 4 बजकर 45 मिनट तक
हस्त नक्षत्र- आज रात 12 बजकर 18 मिनट तक
सूर्योदय-सूर्यास्त का समय सूर्योदय- सुबह 7:03 बजे
सूर्यास्त- शाम 6: 07 बजे
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)