देहरादून। राज्य में चारधाम यात्रा शुरू न किए जाने को लेकर राज्य के व्यापारियों में भारी नाराजगी है उनका आरोप है कि राज्य सरकार चारधाम यात्रा शुरू करने के प्रति लापरवाह बनी है। लगातार दो साल तक चारधाम यात्रा को रोके जाने से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है, लेकिन सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है। व्यापारियों का कहना है कि अगर सरकार ने शीघ्र चारधाम यात्रा को शुरू नहीं किया तो वह विधानसभा के चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
बद्रीनाथ में हुई व्यापारियों की महापंचायत के दौरान व्यापारियों के भारी आक्रोश को देखा गया। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना की आड़ लेकर सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने का प्रयास कर रही है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार ने अगर कोरोना को ध्यान में रखकर चारधाम यात्रा की व्यवस्थाएं और तैयारियां की होती तो चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से संचालित किया जा सकता था। लेकिन सरकार अपने आंतरिक विवादों को ही सुलझाने में जुटी हुई है।
व्यापारियों का कहना है कि सरकार को चुनाव की चिंता है लेकिन व्यापारियों की कोई चिंता नहीं है। व्यापारियों का मानना है कि बीते साल चारधाम यात्रा बंद रहने से उन्हें भारी नुकसान हुआ था जिसे उन्होंने किसी तरह से झेल लिया लेकिन अब दूसरे साल भी चारधाम यात्रा के पूरा सीजन यात्रा बंद रहने से व्यापारियों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। उनका कहना है कि चारधाम यात्रा मार्ग पर बसे और कारोबार करने वाले व्यापारियों की चारधाम यात्रा से रोजी रोटी चलती है। अगर यात्रा बंद रहेगी तो उनका जीवन संकट में पड़ जाएगा। व्यापारियों ने आज यहां सरकार के खिलाफ जुलूस निकाला और नारेबाजी भी की। व्यापारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार ने चारधाम यात्रा को शुरू नहीं कराया तो व्यापारी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।