भोपाल। राज्यपाल के अभिभाषण पर ट्वीट कर विधानसभा का बहिष्कार करने वाले कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को नोटिस जारी हुआ है। विधानसभा की आचरण समिति ने नोटिस जारी किया है। कांग्रेस के विधायक ने जब कारण पूछा तो अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि नियमों के तहत की कार्यवाही की गई है।
जिसके बाद जीतू पटवारी के समर्थन में सदन से वॉकआउट कर दिया था। जीतू पटवारी के नोटिस को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ। और साथ ही विपक्ष ने सदन में नारेबाजी की। जबकि कांग्रेस और कमलनाथ ने जीतू पटवारी का उस समय समर्थन नहीं किया था।
अब इस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि शेर को बिल्ली की आंखों से डराने की कोशिश है। शेर डरेगा नहीं। साथ ही नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने जीतू पटवारी के नोटिस के सवाल पर कुछ भी नहीं कहा। हालांकि उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने पर कहा कि सत्र की अवधि 31 मार्च तक बढ़ाने के लिए मैंने लिखित में चिट्ठी लिखी थी। फिर भी कार्यवाही आनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दी गई।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार करने के ऐलान के बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी अपने ही पार्टी में अकेले पड़ गए। कांग्रेस विधायकों ने जीतू पटवारी के राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार वाले ऐलान से खुद को किनारा कर लिया है।