नई दिल्लीः जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू यादव, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को जमानत मिली. राउज एवेन्यू कोर्ट ने 50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दी. सीबीआई की दूसरी चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने इनको आज पेशी के लिए समन जारी किया था. कोर्ट में आज लालू, तेजस्वी, राबड़ी यादव समेत बाकी आरोपियों की पेशी हुई.
3 जुलाई को दाखिल चार्जशीट में CBI ने लालू यादव, तेजस्वी यादव ,राबड़ी समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया था. इस चार्जशीट में पहली बार तेजस्वी यादव का नाम सामने आया. कोर्ट ने आरोपियों के नाम बुलाकर उनकी पेशी रिकॉर्ड पर लिया. 17 आरोपियों में से कुछ ने जमानत याचिका दाखिल की थी. मामले में अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी.
नौकरी के बदले जमीन घोटाला क्या है?
साल 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे. आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ. आरोप है कि लालू ने रेलवे में नौकरी देने के बदले लोगों से जमीन लिए थे. ये जमीनें राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर लिए गए थे. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया.
इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. ईडी इसमें मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से भी जांच कर रही है. लैंड फॉर जॉब्स मामले में लालू परिवार के करीबियों के यहां छापे भी हो चुके हैं. सीबीआई की तरफ से जिस नई चार्जशीट को दाखिल किया गया, उसमें तेजस्वी का नाम भी शामिल किया गया. इससे पहले जिस चार्जशीट को दायर किया गया था, उसमें लालू यादव, राबड़ी देवी, इनकी बेटी मीसा भारती समेत अन्य लोगों के नाम थे. फिलहाल ये सभी जमानत पर हैं.