नई दिल्ली। कुछ दिन पहले एक समाचार एजेंसी ने दावा किया था कि भाजपा पश्चिम बंगाल में बागी नेता राजीब बनर्जी को पार्टी से निकालने के लिए एक अनुशासन समिति का गठन किया है। हालांकि, पार्टी की ओर से इसे खारिज किया गया है। पार्टी की ओर से कहा गया कि समाचार एजेंसी द्वारा 8 अगस्त को किया गया यह दावा पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है। इस तरह की किसी भी समिति में इस मामले में बैठक या चर्चाएं नहीं की है।
हाल में यह दावा किया जा रहा था कि राजीब बनर्जी को पार्टी से निकालने के अलावा भाजपा के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। हाल में ही राजीब बैनर्जी ने बागी नेताओं के साथ टीएमसी के अभिषेक बनर्जी से कोलकाता कार्यालय में मुलाकात की थी। विधानसभा चुनाव से पहले राजीब बैनर्जी तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से वह मैदान में उतरे लेकिन चुनाव हार गए। इसके बाद से लगातार वह भाजपा दूरी बनाने लगे। कई मौके पर उन्होंने पार्टी के खिलाफ वक्तव्य भी दिए।
इन सबके बीच से न्यूज एजेंसी ने एक नेता के हवाले से यह भी दावा किया था कि राजीब बनर्जी को पार्टी की ओर से दो कारण बताओ नोटिस दिए गए हैं लेकिन अब तक उन्होंने किसी नोटिस का जवाब नहीं दिया है। इसके बाद यह माना जा रहा है कि राजीब बैनर्जी पार्टी में रहने को तैयार नहीं है। न्यूज एजेंसी के दावे के मुताबिक पार्टी के सदस्य ने कहा था कि वह भाजपा के फिलहाल सदस्य तो है लेकिन विपक्षी नेताओं के साथ वह लगातार बैठक कर रहे हैं। यह पार्टी विरोधी गतिविधि है। इसलिए उनके खिलाफ बड़ा निर्णय एक-दो सप्ताह के भीतर ले लिया जाएगा।