देहरादूनः उत्तराखंड में जल्द राज्य स्तरीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण प्रकोष्ठ बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने राज्य स्तरीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण प्रकोष्ठ बनाने की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रदेश में पांच और बंदरबाड़े बनाए जाएंगे। इनका उद्देश्य बढ़ती वन्यजीवों की संख्या के साथ इनसे जुड़े अपराधों की सख्यां पर अंकुश लगाना है।
उत्तराखंड में राज्य वन्यजीव सप्ताह 2023 का शुभारंभ हो गया है। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्यमंत्री के हवाले से घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जल्द राज्य स्तरीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण प्रकोष्ठ बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण प्रकोष्ठ बनाने की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रदेश में पांच और बंदरबाड़े बनाए जाएंगे। इनका उद्देश्य बढ़ती वन्यजीवों की संख्या के साथ इनसे जुड़े अपराधों की सख्यां पर अंकुश लगाना है।उनियाल ने कहा कि वन्यजीवों से जुड़े अपराधों में अपराधियों के तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े होते हैं। ऐसे अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष प्रकोष्ठ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इसके साथ ही पांच अन्य बंदरबाड़े बनने से मिशन मोड में बंदरों का बंध्याकरण तेजी से किया जा सकेगा। राज्य वन्यजीव सप्ताह 2023 के शुभारंभ के मौके पर नंदा देवी बायोस्फीयर एवं राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत 84 कुटिया के इतिहास पर बनी फिल्म दिखाई गई। कालसी भू संरक्षण वन प्रभाग, हरिद्वार वन प्रभाग और मसूरी वन विभाग के तहत 15 प्रभावित लोगों को मानव वन्य जीव संघर्ष से संबंधित अनुग्रह धनराशि के चेक वितरण किए गए। पर्यावरण को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए स्कूल के बच्चों ने नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।